

राधिका यादव हत्याकांड ने पूरे देश के खेल जगत को हिलाकर रखा दिया। पुलिस को दीपक की सिर्फ एक दिन की रिमांड मिली, जिसमें बड़े सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। एक तो सबसे बड़ा खुलासा यह है कि अगर राधिका की हत्या नहीं होती तो घर के दूसरे सदस्य की लाश निकलती।
दीपक यादव और राधिक
Gurugram News: टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के मामले में नई जानकारियां सामने आई है। पुलिस ने राधिका की हत्या करने वाले उसके पिता से सवाल-जवाब किए। जिसमें कई बड़े खुलासे हुए। एक बड़ा खुलासा यह भी है कि अगर दीपक यादव अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या नहीं करता तो वह खुद सुसाइड कर लेता।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, पुलिस ने खुलासा किया है कि राधिका यादव के पिता दीपक यादव तीन दिनों तक अत्यधिक गुस्से और आक्रोश में रहे। बताया जा रहा है कि इस दौरान वह अपने गुस्से को नियंत्रित नहीं कर सके और अंत में अपनी बेटी को गोली मारने का कदम उठाया।
समाज के लोग मारते थे ताना
पुलिस की प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि दीपक यादव को अपने परिवार और बेटी पर शक था। वह अक्सर छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाया करता था। दीपक अपनी बेटी के साथ अपनी पत्नी पर भी शक करता था। हालांकि, वह अपनी बेटी को बहुत प्यार करता था। जिसकी वजह से समाज में लोग दीपक यादव को 'गिरा हुआ बाप' कहकर ताना मारते थे।
अपनी बेटी को बहुत प्यार करता था दीपक यादव
पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि दीपक यादव ने अपनी बेटी राधिका का पूरा करियर में साथ दिया। जब राधिका का टेनिस करियर अचानक चोट के कारण अचानक रुक गया तो उन्होंने उसकी नई मंजिल के रूप में टेनिस अकादमी खोलने का विचार मन में लिया। इस योजना में उन्होंने करीब 2 करोड़ रुपये खर्च किए। राधिका की रुचि संगीत में भी थी। जब उसने संगीत वीडियो का हिस्सा बनने की इच्छा जताई तो दीपक उसे सेट पर ले गए और वहां 11 घंटे तक अपने बेटी के साथ बिताए। वह अपनी बेटी को बहुत प्यार करता था। हालांकि, दीपक का स्वभाव गुस्सैल था और वह छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाया करता था। एक बार तो उसने अपनी पत्नी को उसके भाई से बात करने पर डांट भी दिया।
इस वजह से करना चाहता था दीपक यादव सुसाइड
हाल ही में दीपक अपने पैतृक गांव गया था। वहां गांव वालों ने उसकी बेटी के प्रति समर्थन जताते हुए उसे ताना मारा और उसे 'गिरा हुआ बाप' कहकर संबोधित किया। इससे दीपक अत्यंत नाराज हो गया और घर लौटकर अपनी बेटी राधिका से भिड़ गया। घर आकर पिता ने राधिका से अकादमी बंद करने को कहा था, लेकिन उसने इनकार कर दिया। इस पर दीपक तीन दिनों तक मानसिक तनाव में रहा। वह अपने गुस्से और शर्मिंदगी के बीच उलझा रहा। उसने आत्महत्या करने का भी मन बनाया, लेकिन अंत में अपनी बेटी को गोली मारने का फैसला लिया।
कैसे किया मर्डर
गुरुवार को जब राधिका रसोई में खाना बना रही थी, तभी दीपक अंदर आया और उस पर पांच गोलियां चला दी। इनमें से चार गोलियां राधिका को लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद दीपक फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है।