

पुलिस हिरासत में दीपक यादव अपराधबोध से टूटता नजर आया। एक रिश्तेदार ने बताया कि जब उन्होंने लॉकअप में दीपक से मुलाकात की तो वह रो पड़ा और कहा, “मैंने पाप किया है। मेरी बेटी मेरी इज्जत थी, लेकिन समाज की बातें मेरे अंदर जहर बन गई।”
राधिका यादव और उनके पिता दीपक यादव
Gurugram News: देश को खेल की दुनिया में गौरवान्वित करने वाली 25 वर्षीय स्टेट-लेवल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। गुरुग्राम के सुशांत लोक-2 स्थित उनके तीन मंजिला आवास पर हुई इस वारदात ने समाज और पारिवारिक संबंधों के ताने-बाने पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। इस जघन्य हत्याकांड के पीछे कोई बाहरी हमलावर नहीं, बल्कि खुद राधिका के पिता 51 वर्षीय दीपक यादव का नाम सामने आया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह हत्या गुस्से या झगड़े का नतीजा नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे राधिका यादव जब घर की रसोई में नाश्ता बना रही थी, तभी दीपक यादव ने पीछे से उसकी पीठ पर चार गोलियां दाग दीं। राधिका की मौके पर ही मौत हो गई। गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ संदीप कुमार ने बताया कि पूछताछ में दीपक ने यह स्वीकार किया है कि उसने हत्या की पूरी योजना पहले से तैयार की थी। दीपक ने जानबूझकर अपने बेटे को दूध लाने भेजा, जबकि यह काम वह खुद रोज किया करता था। उसका उद्देश्य था कि हत्या के वक्त घर में राधिका के अलावा कोई न हो।
अंतरजातीय विवाह का विरोध बना कारण
हत्या के पीछे की एक बड़ी वजह राधिका का अंतरजातीय विवाह का निर्णय बताया जा रहा है। वजीराबाद गांव के पड़ोसियों के अनुसार राधिका एक दूसरी जाति के युवक से विवाह करना चाहती थी, जिससे दीपक नाखुश था। एक पड़ोसी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "दीपक यादव पुराने ख्यालों का आदमी था। वह चाहता था कि उसकी बेटी की शादी उसकी जाति में ही हो।"
बेटी की सफलता से नाराजगी, अकादमी भी थी निशाने पर
सिर्फ विवाह ही नहीं, राधिका की पेशेवर उपलब्धियां भी पिता के लिए ईर्ष्या और मानसिक तनाव का कारण बन गई थीं। मार्च 2025 में राधिका ने एक प्रतिष्ठित टेनिस अकादमी की स्थापना की थी, जिसे लेकर गांव और आसपास के लोगों में चर्चा रहती थी। दीपक को इस बात से चिढ़ थी कि लोग उसे उसकी बेटी की कमाई पर निर्भर बताकर ताने मारते थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "दीपक ने खुद स्वीकार किया कि उसे गांव वालों की बातों से मानसिक आघात पहुंचता था। कई बार उसने राधिका से अकादमी बंद करने की मांग की, लेकिन राधिका ने इनकार कर दिया।" दीपक का कहना है कि वह पिछले 15 दिनों से डिप्रेशन में था और खुद को अपमानित महसूस कर रहा था।
मां की भूमिका संदिग्ध, पुलिस जांच में
हत्या के वक्त राधिका की मां मंजू यादव भी घर में मौजूद थीं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह बुखार के कारण अपने कमरे में थीं और कुछ नहीं देख सकीं। हालांकि पुलिस को शक है कि हत्या की योजना की जानकारी उन्हें हो सकती है। संदीप कुमार ने कहा, "मंजू यादव की भूमिका संदिग्ध है। हालांकि अभी कोई ठोस साक्ष्य नहीं है, लेकिन पूछताछ जारी है।"
‘मैंने पाप किया’: हत्या के बाद अपराधबोध में रोया आरोपी पिता
पुलिस हिरासत में दीपक यादव अपराधबोध से टूटता नजर आया। एक रिश्तेदार ने बताया कि जब उन्होंने लॉकअप में दीपक से मुलाकात की तो वह रो पड़ा और कहा, "मैंने पाप किया है। मेरी बेटी मेरी इज्जत थी, लेकिन समाज की बातें मेरे अंदर जहर बन गई।"