

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर कथित आपत्तिजनक बयान को लेकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एफआईआर दर्ज की गई है। उनके बयान से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि यह बयान न केवल असंवैधानिक है, बल्कि सामाजिक सौहार्द को भी बिगाड़ सकता है।
महुआ मोइत्रा और अमित शाह
New Delhi: तृणमूल कांग्रेस की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। इस बार मामला सीधे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर दिए गए कथित बयान से जुड़ा है, जिस पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना पुलिस थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता ने उनके बयान को “भड़काऊ, आपत्तिजनक और असंवैधानिक” बताया है।
महुआ मोइत्रा ने कथित तौर पर पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा, "अगर अमित शाह बांग्लादेश से घुसपैठ रोकने में विफल रहते हैं तो सबसे पहले आपको अमित शाह का सिर काटकर अपनी मेज पर रखना चाहिए।" हालांकि इस कथन का कोई स्वतंत्र सत्यापन नहीं हुआ है, लेकिन इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही राजनीति में हलचल मच गई।
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इस विवादित बयान के बाद रायपुर निवासी गोपाल सामंतो ने माना थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि महुआ मोइत्रा पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196 और 197 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। ये धाराएं सार्वजनिक रूप से विद्वेष फैलाने और संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों के खिलाफ घृणास्पद वक्तव्य देने से संबंधित हैं।
शिकायतकर्ता गोपाल सामंतो ने अपने बयान में कहा है कि, “रायपुर के माना कैंप इलाके में 1971 से बड़ी संख्या में बांग्लादेशी शरणार्थी रहते हैं। ऐसे बयान से समुदायों के बीच भय और आक्रोश का वातावरण बन सकता है। महुआ मोइत्रा का बयान न केवल असंवैधानिक है, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश है।”
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पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और महुआ मोइत्रा के बयान की सत्यता की भी जांच की जा रही है। यदि वीडियो को सत्यापित किया जाता है तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी इस पर आनी शुरू हो गई हैं। भाजपा नेताओं ने इसे राष्ट्रविरोधी करार दिया है और संसद में इस बयान को मुद्दा बनाने की तैयारी की जा रही है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि, “लोकतंत्र में असहमति की जगह है, लेकिन किसी केंद्रीय मंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं की जा सकती।”
वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने अभी तक इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार महुआ मोइत्रा के इस बयान से नेतृत्व भी असहज है। गौरतलब है कि इससे पहले भी महुआ मोइत्रा अपने तीखे और अक्सर विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में रही हैं। चाहे संसद में उनके भाषण हों या मीडिया से बातचीत, वह भाजपा और केंद्र सरकार की आलोचना करने से पीछे नहीं हटतीं।