

त्योहारों के मौसम में दिल्ली से पटना जाने वाली यात्रा की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। सामान्य दिनों के मुकाबले किराए में भारी अंतर आया है, जो यात्रियों के लिए सरदर्द बन गया है। क्या इस बदलाव का कोई समाधान है? जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर।
दिल्ली से पटना की फ्लाइट टिकट हुई महंगी (सोर्स- गूगल)
New Delhi: दिवाली और छठ जैसे पारिवारिक त्योहारों पर लोग अपने घरों की ओर रुख करते हैं, लेकिन इस बार यात्रा करना एक महंगा अनुभव साबित हो रहा है। अगर आप इस साल त्योहारों के मौसम में घर जाने का सोच रहे हैं तो आपकी जेब पूरी खाली हो सकती है। ट्रेन की बुकिंग में जगह नहीं मिल रही, बसों के किराए आसमान छू रहे हैं और हवाई टिकटों की कीमतें तो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भी कम नहीं हैं।
अगर आप दिल्ली से पटना के लिए फ्लाइट बुक करना चाहते हैं, तो आपकी उम्मीदें टूट सकती हैं। सामान्य दिनों में जहां दिल्ली से पटना की फ्लाइट का किराया ₹4500 से ₹5000 के आसपास रहता था, वहीं अब त्योहारों के मौसम में यह ₹12,000 तक पहुंच चुका है। हैरानी की बात यह है कि दिल्ली से दुबई की फ्लाइट भी इससे सस्ती मिल रही है।
उदाहरण के लिए, 17 अक्टूबर को दिल्ली से पटना की फ्लाइट का किराया ₹12,650 है, जबकि इसी दिन दिल्ली से दुबई की टिकट ₹12,958 में मिल रही है। इस तरह के किराए ने लोगों को हैरान कर दिया है और बिहार जाना अब विदेश यात्रा से भी महंगा साबित हो रहा है।
जहां एक ओर हवाई यात्रा का किराया बढ़ चुका है, वहीं ट्रेनों की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है। 16 से 26 अक्टूबर तक की अधिकांश ट्रेनें फुल हैं। रेलवे ने अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का प्रयास किया, लेकिन भारी डिमांड के चलते ये भी भर चुकी हैं। यात्रियों को अब वेटिंग लिस्ट और आरएसी टिकटों पर यात्रा करनी पड़ रही है।
बस ऑपरेटरों की स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं है। निजी बस ऑपरेटर त्योहारों के समय 'त्योहार स्पेशल किराया' वसूलने का फायदा उठा रहे हैं। कई रूट्स पर किराया दोगुना हो गया है और इस समय को निजी बस मालिक 'कमाई का सीजन' मानकर बैठ गए हैं।
त्योहारों के दौरान यात्रा का दबाव बढ़ने से हवाई किराए आसमान छूने लगते हैं। एयरलाइंस कंपनियां डायनेमिक प्राइसिंग के सिद्धांत पर काम करती हैं, जिसका मतलब है कि जैसे-जैसे डिमांड बढ़ती है, किराया भी बढ़ता जाता है। इसी कारण अक्टूबर के मध्य से लेकर दिवाली और छठ तक हवाई टिकटों की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। एक ओर घर लौटने की चाहत, दूसरी ओर भारी खर्च यही हाल इस समय हर यात्री का है।
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अब इस महंगे सफर के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। कई लोग मानते हैं कि सरकार को त्योहारों के दौरान फ्लाइट्स के किराए पर नियंत्रण रखना चाहिए, जैसे रेलवे टिकटों पर रियायत दी जाती है। इसके अलावा, एयरलाइंस कंपनियों को भी स्पेशल फ्लाइट्स चलाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, ताकि आम आदमी को राहत मिल सके और यात्रा सस्ती हो सके।
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