‘वोट चोरी’ पर कांग्रेस का अभियान तेज, फिर जारी किया नया वीडियो, भाजपा और चुनाव आयोग ने साधी चुप्पी

कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ अपने अभियान को धार देते हुए नया वीडियो और वेब पोर्टल लॉन्च किया है। कांग्रेस 14 अगस्त से लेकर अक्टूबर तक देशभर में मशाल मार्च, रैलियां और हस्ताक्षर अभियान चलाकर इस मुद्दे को जन-आंदोलन में बदलने की तैयारी में है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 13 August 2025, 2:26 PM IST
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New Delhi: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने आगामी चुनावों को देखते हुए ‘वोट चोरी’ के मुद्दे को लेकर अपना अभियान तेज कर दिया है। बुधवार को पार्टी ने एक नया वीडियो जारी कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर चुनाव प्रक्रिया में हेरफेर और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस अभियान को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए जनता से ‘संवैधानिक संस्थाओं को बचाने’ की अपील की है।

वीडियो में क्या दिखाया गया है?

कांग्रेस द्वारा जारी वीडियो में एक चुनावी बूथ पर वोट डालने पहुंचे एक परिवार को दिखाया गया है, जिन्हें बताया जाता है कि उनका वोट पहले ही डाला जा चुका है। वीडियो के अंत में दो संदिग्ध व्यक्ति, फर्जी पहचान के जरिए वोट डालते हैं और निर्वाचन अधिकारी की मेज पर लगे एक फर्जी बोर्ड में लिखा होता है- “चुनाव चोरी आयोग”

कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएं

मल्लिकार्जुन खरगे ने वीडियो साझा करते हुए लिखा, “अपने वोट के अधिकार को छीनने न दें। इस बार सवाल पूछें और जवाब मांगें। वोट चोरी के खिलाफ आवाज़ उठाएं और संवैधानिक संस्थाओं को बीजेपी के चंगुल से मुक्त कराएं।”

राहुल गांधी ने वीडियो को साझा करते हुए कहा, “आपके वोट की चोरी, आपके अधिकार की चोरी है और आपकी पहचान की चोरी है।” उन्होंने वोटरों से अपील की कि वे votechori.in/ecdemand पोर्टल पर जाकर चुनाव आयोग से जवाबदेही की मांग करें।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा, “अपने वोट के अधिकार को बचाइए। यह आपके भविष्य, पहचान और अधिकार से जुड़ा मुद्दा है।”

‘वोट चोरी’ के खिलाफ कांग्रेस के तीन बड़े कार्यक्रम

कांग्रेस ने इस मुद्दे को केवल डिजिटल माध्यम तक सीमित नहीं रखा है, बल्कि देशव्यापी आंदोलन का भी ऐलान किया है। कल यानि कि 14 अगस्त को ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल मार्च’ सभी जिला मुख्यालयों पर मशाल जुलूस निकाले जाएंगे। इसका उद्देश्य स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर लोकतंत्र की रक्षा की अपील है। उसके बाद 22 अगस्त से 7 सितंबर तक ‘वोट चोर, गद्दी छोड़ो’ रैलियां सभी राज्य मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन और जनसभाएं होगी। 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक हस्ताक्षर अभियान होगा।

कांग्रेस की रणनीति: ‘करो या मरो’ का नया नारा

कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ को केवल एक मुद्दा नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए खतरा और पार्टी के लिए "करो या मरो" की स्थिति बताया है। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि राहुल गांधी ने दस्तावेजों और सबूतों के साथ यह सिद्ध किया है कि लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। यह लड़ाई सिर्फ कांग्रेस की नहीं, बल्कि हर नागरिक की है।

बीजेपी और चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया का इंतजार

इस पूरे अभियान पर बीजेपी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। चुनाव आयोग की ओर से भी चुप्पी बरकरार है। हालांकि, कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि यह मुद्दा अब चुनावी बहस के केंद्र में लाया जाएगा।

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  • New Delhi

Published : 
  • 13 August 2025, 2:26 PM IST