

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नेशनल पार्क में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने इनामी नक्सली को मार गिराया है। मृत माओवादी डिप्टी कमांडर के पद पर था।
छत्तीसगढ़ में नक्सली ढेर
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक बार फिर पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने नेशनल पार्क में रविवार को हुई मुठभेड़ में 10 लाख के इनामी नक्सली कन्ना को मारा गिराया। सर्चिंग के दौरान उसका शव और 303 राइफल बरामद हुआ।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार मारा गया नक्सली सोढ़ी कन्ना था, जो जगरगुंडा थाना क्षेत्र के किस्टारम का रहने वाला था। उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इस मुठभेड़ को सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। क्योंकि सोढ़ी कन्ना लंबे समय से कई नक्सली वारदातों में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। सुरक्षाबलों की हिट लिस्ट में शामिल था।
नक्सलियों से बड़ी मात्रा में हथियार विस्फोटक सामग्री बरामद
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने बताया कि जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में माओवादी कैडर की गतिविधियों की सूचना मिली थी। जिस पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, एसटीएफ, कोबरा 202, कोबरा 210 और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम को 4 जुलाई से सर्च ऑपरेशन पर भेजा गया था।
ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच रुक-रुककर मुठभेड़ होती रही। मुठभेड़ खत्म होने पर सर्चिंग के दौरान सोढ़ी कन्ना का शव और हथियार बरामद हुआ।
मुठभेड स्थल से सुरक्षा बलों को 303 राइफल और 5 जिंदा राउंड, एके-47 मैग्जीन और 59 जिंदा राउंड, माओवादी वर्दी, कोडेक्स वायर, डेटोनेटर, सेफ्टी फ्यूज, नक्सली साहित्य, रेडियो और दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई।
जानकारी के अनुसार सोढ़ी कन्ना टेकलगुड़ियम क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों, धरमारम कैंप पर हमले समेत कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा है। वह सीसीएम माड़वी हिडमा का सहयोगी था और बटालियन में स्नाइपर के रूप में कार्यरत था। उसके मारे जाने से माओवादी संगठन को स्नाइपर क्षमताओं के लिहाज से भारी क्षति हुई है।
इस बीच, बीजापुर जिले के मोदकपाल थाना क्षेत्र के चिन्नाकोडेपाल गांव में बीती रात माओवादियों ने एक और वारदात को अंजाम दिया है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, माओवादियों ने गांव के पूर्व सरपंच और वर्तमान वार्ड पंच विजय जव्वा की धारदार हथियारों से निर्मम हत्या कर दी है।
हत्या के बाद माओवादियों ने उनका शव गांव के मुख्य रास्ते पर फेंक दिया, जिससे ग्रामीणों में भय और दहशत का माहौल है। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया है।
मुठभेड़ के बाद क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है।