

एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX110 हैदराबाद से थाईलैंड के फुकेट के लिए उड़ान भरने के केवल 16 मिनट बाद तकनीकी खराबी के कारण वापस हैदराबाद लौट आई। इस घटना ने यात्रियों की सुरक्षा और घरेलू विमान सेवा की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में इंडिगो की कई फ्लाइट्स में भी तकनीकी खराबी और इमरजेंसी लैंडिंग की घटनाएं सामने आई हैं।
उड़ान भरने के 16 मिनट बाद वापस लौटा विमान
New Delhi: एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX110, जो सुबह 6:40 बजे हैदराबाद से उड़ान भरकर थाईलैंड के फुकेट जा रही थी, तकनीकी गड़बड़ी के बाद केवल 16 मिनट में ही वापस हैदराबाद लौट आई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, हालांकि गंभीर प्रकार की समस्या की जानकारी सामने नहीं आई है, पर यह घटना एक बार फिर घरेलू विमान सेवा की तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करती है।
IX110 फ्लाइट का टेकऑफ
• विमान: Boeing 737 MAX 8
• रूट: हैदराबाद → फुकेट (थाईलैंड)
• शेड्यूल: टेकऑफ: सुबह 6:40 बजे, लैंडिंग: 11:45 बजे
• घटना: टेकऑफ से 16 मिनट बाद ही पायलट ने विमान को वापस हैदराबाद में उतारा।
• कारण: तकनीकी खराबी, हालांकि एयरलाइन ने समस्या का विवरण फिलहाल साझा नहीं किया।
कंपनी की प्रतिक्रिया और यात्रियों की स्थिति
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अभी तक तकनीकी गड़बड़ी के प्रकार पर कोई बयान जारी नहीं किया है। फ्लाइट वापस लैंड करती ही यात्रियों को सुरक्षा के साथ एयरपोर्ट पर उतारा गया। यात्रियों का कहना है कि लैंडिंग सामान्य थी और किसी तरह का भयावह झटका या उच्च वायुगतिकी वाली क्रिया महसूस नहीं हुई।
हालिया समय की फ्लाइट घटनाओं का ट्रेंड
इस घटना से पहले भी इंडिगो की फ्लाइट्स में तकनीकी आपात स्थितियाँ सामने आई थीं:
• 16 जुलाई: फ्लाइट 6E 6271 (दिल्ली → गोवा) में टेकऑफ के बाद इंजन फेल होने की आशंका, विमान को मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। 191 यात्री सवार थे, एयरलाइन ने तकनीकी खराबी बताते हुए इसका खुलासा किया।
• 15 जुलाई: फ्लाइट 6E 2482 (दिल्ली → पटना) रनवे को ओवरशूट कर चुका था; दोबारा हवा में चक्कर लगाकर पुनः लैंड हुआ। 173 यात्री लैंडिंग की चूक के कारण स्तब्ध रहे।
• 8 जुलाई: इंडिगो की एक फ्लाइट (इंदौर → रायपुर) टेकऑफ के 30 मिनट बाद झटका महसूस करने पर वापस इंदौर लौट आई; यात्रियों का कहना था कि "अचानक जोर की गड़बड़" महसूस हुई। इन घटनाओं से स्पष्ट हो रहा है कि हाल के महीनों में घरेलू एयरलाइंस के तकनीकी और सुरक्षा मापदंड एक बड़े दबाव में पड़ गए हैं।
तकनीकी खराबियों का बोझ
विशेषज्ञों का कहना है कि एयरनोॉटिकल संचालन में इमरजेंसी लैंडिंग या रुट डिस्पिल्लेंस तकनीकी खराबियों के चलते हो सकती है; इनमें ईंधन, इंजन, इलेक्ट्रॉनिक्स या कंट्रोल सिस्टम जैसी आपात स्थितियां शामिल होती हैं। Boeing 737 MAX 8 वेरिएंट को विशेषकर इंजन और फाइट कंट्रोल सॉफ्टवेयर की कारणों से जांच का सामना करना पड़ चुका है हालांकि IX110 की घटना का उस वेरिएंट से कोई सीधा संबंध नहीं दिखता।
यात्री अनुभव और भरोसे की चुनौती
इन घटनाओं का प्रभाव केवल तकनीकी या प्रशासनिक नहीं होता यात्रियों पर भी इसका गहरा असर होता है। अचानक लैंडिंग और फ्लाइट रद्दीकरण यात्रियों में डर, आर्थिक हानि और मानसिक तनाव उत्पन्न कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, गोवा-फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग में यात्रियों की नींद टूट गई थी, वहीं पटना उड़ान की ओवरशूट घटना ने यात्रियों को झटका दे दिया था।