

एयर इंडिया की फ्लाइट बोइंग 787-8 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुए हैं, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट में तकनीकी खराबी के संकेत मिलते हैं। पायलटों के बीच बातचीत और रैम एयर टर्बाइन का उभरना इस बात का संकेत है कि यह एक आपातकालीन स्थिति रही होगी।
अहमदाबाद विमान दुर्घटना
New Delhi: 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट बोइंग 787-8 टेकऑफ के बाद क्रैश हो गई थी, जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गया था। इस हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट अब भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी की गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जो इस विमान दुर्घटना के कारणों की गुत्थी को सुलझाने में मदद कर सकते हैं।
फ्लाइट का सही टेकऑफ और फिर दुर्घटना
रिपोर्ट के मुताबिक, विमान ने टेकऑफ करने के बाद सही तरीके से उड़ान भरी थी। यह भी बताया गया कि विमान ने अपनी आवश्यक ऊंचाई तक पहुंचने में सफलता पाई थी। लेकिन जैसे ही विमान कुछ ऊंचाई पर पहुंचा, दोनों इंजन अचानक बंद हो गए। इस कारण विमान को आवश्यक शक्ति प्राप्त नहीं हो पाई और वह क्रैश हो गया।
फ्यूल कटऑफ स्विच की तकनीकी खराबी
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए क्योंकि उनके फ्यूल कटऑफ स्विच रन से कटऑफ मोड में चले गए थे। इसका मतलब था कि इंजन को ईंधन मिलना बंद हो गया था। जिससे इंजन को पावर नहीं मिली और फ्लाइट की स्थिति गंभीर हो गई। यह तकनीकी खराबी शायद विमान के सिस्टम में हुई कोई गड़बड़ी हो सकती है, हालांकि मानव त्रुटि की संभावना भी नकारे जाने योग्य नहीं है।
पायलटों के बीच बातचीत का खुलासा
रिपोर्ट में पायलटों के बीच हुई बातचीत का भी उल्लेख किया गया है। कॉकपिट रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि पायलट और को-पायलट के बीच जब इंजन बंद होने के बारे में चर्चा हुई, तो वे एक-दूसरे को दोषी नहीं ठहराते हैं।
• पहला पायलट : "तुमने स्विच क्यों बंद किया?"
• दूसरा पायलट : "मैंने नहीं किया।"
इस बातचीत से यह स्पष्ट होता है कि किसी भी पायलट ने जानबूझकर इंजन स्विच को बंद नहीं किया था। यह संकेत देता है कि शायद तकनीकी खराबी या किसी अन्य कारण से स्विच अपने आप बदल गए थे।
इंजन चालू करने की कोशिश
विमान के दोनों इंजन बंद हो जाने के बाद, रैम एयर टर्बाइन (RAT) बाहर आ गई थी, जो संकेत देती है कि विमान को आपातकालीन पावर की जरूरत थी। इसके बाद पायलटों ने इंजन चालू करने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। विमान अपनी ऊंचाई को सही से हासिल नहीं कर पाया और हवाई अड्डे की दीवार पार करने से पहले ही वह क्रैश हो गया।
जांच और संभावित कारण
इस विमान दुर्घटना की विस्तृत जांच अभी चल रही है। AAIB के अधिकारियों के अनुसार, यह पता लगाया जा रहा है कि दोनों इंजन कैसे अपने आप बंद हो गए। क्या यह तकनीकी खराबी थी, या मानव त्रुटि के कारण यह घटना घटी, इसका सही कारण अभी तक नहीं पता चला है। फिलहाल जांच जारी है और संभावित कारणों पर विचार किया जा रहा है।