

मुंबई में अनंत चतुर्दशी के मौके पर बप्पा की भव्य विदाई के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। डेढ़ लाख से ज्यादा गणपति मूर्तियों के विसर्जन के लिए 18 हजार से अधिक पुलिसकर्मी, 10,000 CCTV कैमरे, 50 ड्रोन और ट्रैफिक कंट्रोल की सख्त योजना लागू की गई है।
गणपति विसर्जन (Img: Google)
Mumbai: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में गणेशोत्सव का अंतिम दिन अनंत चतुर्दशी पूरे उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। हर साल की तरह इस वर्ष भी बप्पा की विदाई के मौके पर शहर में लाखों लोग सड़कों पर उतरेंगे। जहां भक्त अपने आराध्य गणपति बप्पा को भावभीनी विदाई देने को तैयार हैं, वहीं प्रशासन और पुलिस बल इस चुनौतीपूर्ण दिन के लिए पूरी मुस्तैदी से तैनात है।
इस साल मुंबई में करीब डेढ़ लाख से ज्यादा गणपति मूर्तियों का विसर्जन होना है, जिसमें लगभग 6,600 सार्वजनिक पंडालों और शेष घरेलू मूर्तियां शामिल हैं। इस अवसर पर मुंबई पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात नियंत्रण के लिए विशेष रणनीति तैयार की है, जिसमें मानव संसाधन और आधुनिक तकनीक दोनों का प्रयोग किया गया है।
ट्रैफिक जॉइंट कमिश्नर अनिल कुंभार के मुताबिक, इस बार विसर्जन के दिन शहरभर में 2,800 से अधिक ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा 4 डीसीपी, 8 एसीपी, 60 पीआई और 179 एपीआई-पीएसआई अधिकारी भी नियंत्रण में रहेंगे। ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए 54 क्रेनों को तैनात किया गया है, जो किसी भी क्षतिग्रस्त या रुकी हुई गाड़ियों को तत्काल हटा सकेंगी।
गणपति विसर्जन (Img: Google)
12 रोड ओवरब्रिजों की खराब स्थिति को देखते हुए वहां भारी वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। पुलिस ने 52 वॉच टावर भी बनाए हैं, जहां से लगातार ट्रैफिक पर नजर रखी जाएगी।
मुंबई पुलिस ने इस बार 10,000 से अधिक CCTV कैमरे और 50 ड्रोन तैनात किए हैं, जो शहर के प्रमुख विसर्जन स्थलों और मार्गों पर नजर रखेंगे। इसके अलावा, कंट्रोल रूम से रीयल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है ताकि भीड़ या जाम की स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके। ट्रैफिक को सुचारू रखने के लिए 400 पेट्रोलिंग वाहनों को सक्रिय ड्यूटी पर लगाया गया है।
18,000 से अधिक पुलिसकर्मी, जिनमें 12 एडिशनल कमिश्नर, 40 डीसीपी और 3,000 से ज्यादा अधिकारी शामिल हैं, विसर्जन के दिन सुरक्षा की कमान संभालेंगे। इसके अलावा, SRPF की 14 कंपनियां, CAPF की 4 कंपनियां और CRPF की एक महिला कंपनी भी सड़कों पर तैनात रहेगी।
BDDS (बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड), क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) और एंटी-ड्रोन यूनिट्स भी जगह-जगह तैनात की गई हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत काबू पाया जा सके।
गिरगांव चौपाटी, जुहू बीच, दादर, वर्सोवा, मार्वे, पवई और अन्य प्रमुख विसर्जन स्थलों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। समुद्र किनारे 538 लाइफगार्ड तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इसके अलावा, बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी विशेष फोर्स मुहैया कराई गई है।
मुंबई में गणेशोत्सव सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि जन-जीवन का उत्सव है। यह आयोजन हर वर्ग, हर समुदाय को जोड़ता है और बप्पा की विदाई के साथ एक भावनात्मक समापन भी करता है।