संजय कुमार ने डिलीट किया ट्वीट तो उठा राजनीतिक तूफान, महाराष्ट्र चुनाव में मतदाता संख्या के आंकड़े बनें विवादों का केंद्र

लोकनीति-सीएसडीएस के को-डायरेक्टर संजय कुमार की एक पोस्ट ने महाराष्ट्र चुनावों में हंगामा मचा दिया, जिसमें उन्होंने नासिक पश्चिम और हिंगना विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी का दावा किया था। इस पोस्ट को बाद में संजय कुमार ने डिलीट कर दिया और माफी मांगी, यह कहते हुए कि उनकी डेटा टीम से गलती हो गई थी।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 19 August 2025, 6:39 PM IST
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Maharashtra: लोकनीति-सीएसडीएस के को-डायरेक्टर और प्रसिद्ध चुनाव विश्लेषक संजय कुमार की एक पोस्ट ने महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के बीच विवाद खड़ा कर दिया। संजय कुमार ने 17 अगस्त को ट्विटर (अब एक्स) पर एक पोस्ट में महाराष्ट्र के नासिक पश्चिम और हिंगना विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या में हुई बड़ी बढ़ोतरी का दावा किया। उनका कहना था कि नासिक पश्चिम में 47.38% और हिंगना में 43.08% की वृद्धि हुई थी। इस पोस्ट को शेयर करते हुए संजय कुमार ने उन आंकड़ों को कांग्रेस के 'वोट चोरी' के आरोपों को मजबूती देने वाला बताया, जिसमें पार्टी के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हेराफेरी का आरोप लगाया था।

बीजेपी ने संजय कुमार को घेरा

संजय कुमार द्वारा पोस्ट डिलीट करने और माफी मांगने के बावजूद यह पोस्ट राजनीतिक तूफान का कारण बन गई। बीजेपी ने इसे एक ‘लापरवाह’ गलती करार दिया और आरोप लगाया कि संजय कुमार ने जानबूझकर विपक्षी नेताओं के झूठे आरोपों को हवा दी। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस ट्वीट को कांग्रेस के दावों का समर्थन करने की कोशिश बताते हुए संजय कुमार पर कठोर आलोचना की। उनका कहना था कि यह कोई 'ईमानदार गलती' नहीं थी, बल्कि यह पूर्वाग्रह आधारित विश्लेषण था। मालवीय ने ट्वीट किया कि संजय कुमार और उनके जैसे लोग राजनीतिक प्रचार करने के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करते हैं।

कांग्रेस और राहुल गांधी का आरोप

कांग्रेस और उसके नेताओं ने पहले ही बीजेपी पर चुनावी धोखाधड़ी और वोटर लिस्ट में हेराफेरी का आरोप लगाया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 7 अगस्त को बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में बीजेपी के पक्ष में वोटर लिस्ट में हेरफेरी की गई थी। राहुल गांधी ने दावा किया था कि जुलाई से नवंबर 2024 के बीच महाराष्ट्र में 47 लाख मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई, जिसे उन्होंने बीजेपी के इशारे पर 'वोट चोरी' करार दिया था। इस बयान के बाद विपक्ष ने चुनाव आयोग के अधिकारियों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया, खासकर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ।

संजय कुमार की माफी

इसके बाद, जब संजय कुमार के ट्वीट में दिए गए आंकड़े गलत साबित हुए, तो उन्होंने एक और पोस्ट में माफी मांगते हुए कहा कि उनकी डेटा टीम ने गलत जानकारी पढ़ी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका किसी भी प्रकार की गलत सूचना फैलाने का कोई इरादा नहीं था और पोस्ट को हटाया गया। संजय कुमार ने अपनी गलती मानते हुए माफी मांगी और इसे एक ‘गलती’ करार दिया।

वोटर लिस्ट में अनियमितताओं का आरोप

इस पोस्ट को लेकर महाराष्ट्र में चल रहे वोटर लिस्ट में कथित अनियमितताओं को लेकर विवाद और बढ़ गया। कांग्रेस और विपक्षी दल लगातार इस मुद्दे पर चुनाव आयोग पर दबाव बना रहे थे। राहुल गांधी और उनके समर्थकों का कहना था कि बीजेपी और चुनाव आयोग के बीच मिलीभगत से मतदाता सूची में जानबूझकर हेराफेरी की जा रही है ताकि बीजेपी को फायदा मिल सके। इस मामले ने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि ये आरोप सीधे तौर पर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के प्रयासों से जुड़े हुए हैं।

क्या था संजय कुमार का पोस्ट?

संजय कुमार ने अपनी पोस्ट में दावा किया था कि नासिक पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में 2024 के लोकसभा चुनावों में मतदाताओं की संख्या 328,053 से बढ़कर 483,459 हो गई, जो 47.38% की वृद्धि थी। वहीं, हिंगना क्षेत्र में यह संख्या 314,605 से बढ़कर 450,414 हो गई, जो 43.08% की बढ़ोतरी थी। इन आंकड़ों को लेकर कांग्रस ने इसे बीजेपी के पक्ष में वोटर लिस्ट में हेरफेरी का प्रमाण बताया था।

बीजेपी ने आरोपों का किया खंडन

बीजेपी ने इस मामले में संजय कुमार की माफी को एक 'फर्जी खबर' फैलाने के प्रयास के रूप में लिया। पार्टी का आरोप था कि संजय कुमार ने विपक्ष के झूठे दावों को आधार बनाकर मतदाता सूची में हेराफेरी के आरोपों को बढ़ावा दिया। बीजेपी नेताओं ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग की निष्पक्षता और विश्वसनीयता को कमजोर करने की कोशिश की।

Location : 
  • Maharashtra

Published : 
  • 19 August 2025, 6:39 PM IST