

लड्डू सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि त्योहारों और राष्ट्रीय आयोजनों में एक प्रतीक है जो लोगों के मन में खुशी और जुड़ाव का भाव पैदा करता है। हालांकि, कभी-कभी इसकी वजह से विवाद भी पैदा हो जाता है। कुछ ऐसा ही भिंड से सामने आया है, जहां शख्स ने सीधे सीएम हेल्पलाइन पर ही कॉल कर दिया।
मध्य प्रदेश में लड्डू को लेकर हुई शिकायत (Img: Internet)
Bhopal: लड्डू सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और त्योहारों का एक खास प्रतीक है, जो हर दिल को मिठास और खुशी से भर देता है। खासकर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय अवसरों पर जब लड्डू बांटे जाते हैं, तो यह सिर्फ एक स्वादिष्ट व्यंजन नहीं, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव और उत्सव का हिस्सा बन जाता है। ऐसे मौके पर अगर किसी को लड्डू नहीं मिलता या कम मिलता है, तो ये छोटी-सी बात भी लोगों के दिल में खटक जाती है और कभी-कभी ऐसा मामला सुर्खियों में आ जाता है।
जी हां...एक ऐसे ही मामले ने लोगों को हैरान कर दिया है, जब दो की जगह एक लड्डू मिलने पर शख्स इतना नाराज हो गया कि उसने इसकी शिकायत सीधे मुख्यमंत्री से ही कर दी। ये मामला मध्यप्रदेश के भिंड का है। जिसे जानकर लोग चौंक गए हैं।
मध्य प्रदेश के भिंड में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान ग्राम पंचायत भवन में ध्वजारोहण के बाद केवल एक ही लड्डू मिला। इसी कारण स्थानीय निवासी कमलेश कुशवाहा नाराज हो गए। उन्होंने पंचायत भवन के बाहर सड़क पर खड़े होकर एक लड्डू मिलने पर दो लड्डू की मांग की, लेकिन जब उन्हें मना कर दिया गया तो उन्होंने तुरंत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। पंचायत सचिव रवींद्र श्रीवास्तव ने बताया कि कमलेश को एक लड्डू दिया गया था और उन्होंने दो लड्डू मांगने की कोशिश की थी, जो संभव नहीं था।
लड्डू पर विवाद (Img: Internet)
कमलेश कुशवाहा ने बताया कि उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर केवल यह पता लगाने के लिए फोन किया था कि क्या ग्राम पंचायत स्वतंत्रता दिवस पर लड्डू बांटती है या नहीं, क्योंकि उन्हें गांव में लड्डू नहीं मिले थे। लेकिन उनकी यह पूछताछ अचानक एक शिकायत में तब्दील हो गई और सीएम हेल्पलाइन में दर्ज कर ली गई।
इस मामले पर पंचायत ने बताया कि 15 अगस्त को कमलेश कुशवाहा ग्राम पंचायत भवन के बाहर सड़क पर खड़े थे। उस समय चपरासी धर्मेंद्र लड्डू बांट रहे थे और कमलेश को एक लड्डू दिया गया था। कमलेश ने दो लड्डू मांगे तो धर्मेंद्र ने देने से इनकार कर दिया। इसलिए उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की।
वहीं सचिव से सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत के समाधान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह एक किलो लड्डू खरीदेंगे और उनसे माफी मांगकर उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे।
यह मामला अकेला नहीं है। पिछले साल बिहार के बक्सर जिले में एक स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के दौरान लड्डू न मिलने पर एक छात्र ने अपने शिक्षक से झगड़ा कर दिया था। छात्र ने लड्डू न मिलने को लेकर गुस्सा जताया और बाद में शिक्षक पर हमला कर दिया। यह घटना भी लड्डू को लेकर लोगों की भावनाओं की संवेदनशीलता को दर्शाती है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक और अनोखा मामला सामने आया, जहां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दो बहनों पर लड्डू चोरी का आरोप लगाकर उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया। छात्राओं के परिजनों ने इस कार्रवाई को अनुचित और दंडात्मक बताया। यह मामला भी इस बात को दर्शाता है कि लड्डू को लेकर लोगों में गहरा जुड़ाव और संवेदनशीलता है, जो कभी-कभी विवादों का कारण बन जाती है।