

गर्मी में रहता है सिरदर्द तो इन घरेलू और प्राकृतिक उपयों को अपनाकर आप ता सकते है परेशानी से राहत। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
सिरदर्द (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: गर्मी का मौसम जहां एक ओर छुट्टियों और आम के मौसम के रूप में देखा जाता है, वहीं दूसरी ओर यह कई स्वास्थ्य समस्याएं भी लेकर आता है। तेज धूप, लू, और बढ़ता तापमान न केवल शरीर को थका देता है, बल्कि सिरदर्द जैसी परेशानी को भी आम बना देता है। अक्सर दोपहर के समय भारीपन, चक्कर और सिरदर्द की शिकायतें बढ़ जाती हैं, जो व्यक्ति की दैनिक कार्यक्षमता और मानसिक शांति को प्रभावित करती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मी में सिरदर्द का सबसे बड़ा कारण डिहाइड्रेशन (जल की कमी) है। पानी की पर्याप्त मात्रा न लेने से शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित होती है, जिससे थकान और सिर में दर्द की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, हर बार दवाओं का सेवन इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। कुछ घरेलू और प्राकृतिक उपाय अपनाकर इस परेशानी से सरलता से राहत पाई जा सकती है।
पर्याप्त हाइड्रेशन है जरूरी
गर्मी में सिरदर्द का सबसे आम कारण शरीर में पानी की कमी है। रोजाना 2.5 से 3 लीटर पानी पीने की आदत डालें। इसके अलावा नारियल पानी, नींबू-पानी, छाछ जैसे प्राकृतिक पेय शरीर को ठंडा रखते हैं और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करते हैं। कोशिश करें कि हर घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पिएं, ताकि शरीर लगातार हाइड्रेटेड रहे।
सिरदर्द, प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स-इंटरनेट)
तापमान में अचानक बदलाव से बचें
बहुत गर्म वातावरण से अचानक एसी रूम में जाना या उल्टा करना माइग्रेन और सिरदर्द को बढ़ा सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए धीरे-धीरे तापमान समायोजित करें। बाहर से आने के बाद तुरंत ठंडा पानी न पिएं, पहले शरीर को सामान्य तापमान पर आने दें। यह आदत सिरदर्द के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकती है।
संतुलित और हल्का भोजन लें
गर्मी में तला-भुना या भारी भोजन पचाना मुश्किल होता है, जो सिरदर्द को बढ़ा सकता है। गर्मियों में खीरा, तरबूज, दही, नींबू, पुदीना और हरी सब्जियां जैसी ठंडी प्रकृति की चीजें खाएं। समय पर खाना जरूरी है, क्योंकि खाली पेट रहना या अनियमित खानपान भी सिरदर्द को जन्म देता है। कैफीन और मीठे पेयों से भी दूरी बनाएं।
गर्मी में भी पूरी नींद लें
अनिद्रा या अधूरी नींद भी सिरदर्द का एक मुख्य कारण होती है। गर्मी में पसीना और बेचैनी नींद को बाधित कर सकते हैं। हल्के सूती कपड़े पहनकर, ठंडे कमरे में और बिना स्क्रीन के सोने से नींद बेहतर होती है। रात में 7-8 घंटे की नींद के साथ दिन में 15-20 मिनट की पावर नैप भी शरीर को रिचार्ज करती है।