

मानसून में बढ़ती नमी के कारण त्वचा पर पिंपल्स, फंगल इंफेक्शन और चिपचिपाहट जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। ऐसे में आपकी किचन में मौजूद शहद एक प्राकृतिक और असरदार उपाय बन सकता है।
शहद के फायदे (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: जैसे ही बारिश का मौसम आता है, वातावरण में नमी बढ़ जाती है और इसी के साथ शुरू होती हैं त्वचा से जुड़ी समस्याएं जैसे चिपचिपाहट, मुंहासे, फंगल इन्फेक्शन और त्वचा पर दाने। इस मौसम में गलत स्किन केयर त्वचा को बेजान बना सकती है। लेकिन आपकी किचन में मौजूद एक साधारण चीज "शहद" आपकी स्किन के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
क्यों है शहद स्किन के लिए बेहतरीन?
अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, शहद में फ्रक्टोज, ग्लूकोज, प्रोटीन, अमीनो एसिड, विटामिन्स, मिनरल्स और एंजाइम्स की भरपूर मात्रा होती है। साथ ही इसमें जबरदस्त एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो मानसून के मौसम में स्किन को सुरक्षित और चमकदार बनाए रखते हैं।
मानसून में शहद के जबरदस्त फायदे
पिंपल्स और फंगल इन्फेक्शन से राहत
शहद में मौजूद हाइड्रोजन पेरॉक्साइड जैसे एंजाइम स्किन पर मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करते हैं, जिससे पिंपल्स, फोड़े-फुंसी और फंगल इन्फेक्शन नहीं होते।
घाव जल्दी भरता है
बारिश में गीली त्वचा पर अक्सर रैशेज या कट-फट हो जाते हैं। ऐसे में शहद लगाने से घाव जल्दी भरते हैं और सूजन कम होती है। यह टीनिया, पिटीरायसिस, डायपर रैश और बवासीर जैसे संक्रमणों में भी फायदेमंद है।
झुर्रियों को करता है कम
शहद एक प्राकृतिक एमोलिएंट और ह्यूमेक्टेंट है। ये त्वचा की नमी को बनाए रखता है और एजिंग के लक्षण जैसे झुर्रियां को कम करता है।
त्वचा को करता है मुलायम और ग्लोइंग
शहद स्किन के पीएच को बैलेंस करता है, जिससे स्किन हेल्दी और चमकदार बनी रहती है।
कॉस्मेटिक से ज्यादा असरदार
आज बाजार के कई महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स में शहद का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन घर का कच्चा और शुद्ध शहद अधिक प्रभावी और केमिकल-फ्री विकल्प है।
शहद का इस्तेमाल कैसे करें?
पिंपल के लिए: चेहरे पर शहद की पतली परत लगाकर 15 मिनट बाद धो लें।
फंगल रैश पर: प्रभावित जगह पर सीधे शहद लगाएं, दिन में दो बार दोहराएं।
फेस पैक के रूप में: शहद + नींबू का रस मिलाकर फेस पर लगाएं। 10 मिनट बाद धोएं।
ग्लोइंग स्किन के लिए: हफ्ते में 2 बार शहद और बेसन का फेसपैक लगाएं।
कौन-सा शहद चुनें?
शहद का असर इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस पौधे या फूल से बना है। अलग-अलग शहद में एंटीऑक्सिडेंट्स और हीलिंग तत्वों की मात्रा अलग होती है। जैविक (ऑर्गेनिक) और बिना प्रोसेस किया हुआ शहद त्वचा के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
डिस्क्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और घरेलू उपायों के उद्देश्य से साझा की गई है। इसमें बताए गए शहद के लाभ विभिन्न स्रोतों और शोधों पर आधारित हैं, लेकिन यह किसी त्वचा विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है। हर व्यक्ति की त्वचा अलग होती है और शहद से एलर्जी या प्रतिक्रिया की संभावना भी हो सकती है। किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले त्वचा परीक्षण (पैच टेस्ट) करना या विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है।