

सुबह उठते समय आलस और थकान से जूझते हैं? इस लेख में जानिए वैज्ञानिक और आसान उपाय, जो आपकी सुबह को एनर्जेटिक और फ्रेश बना सकते हैं। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में सुबह जल्दी उठना एक चुनौती बन चुका है। जैसे ही अलार्म बजता है, आंखें खोलना किसी जंग से कम नहीं लगता। अधूरी नींद, अधूरा सपना और थकान का एहसास ये सभी मिलकर सुबह को सबसे कठिन समय बना देते हैं।
सुबह जल्दी उठना (Img: Freepik)
New Delhi: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में सुबह जल्दी उठना एक चुनौती बन चुका है। जैसे ही अलार्म बजता है, आंखें खोलना किसी जंग से कम नहीं लगता। अधूरी नींद, अधूरा सपना और थकान का एहसास—ये सभी मिलकर सुबह को सबसे कठिन समय बना देते हैं। अगर आप भी इन परेशानियों से जूझ रहे हैं, तो यहां कुछ आसान और असरदार उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी सुबह को तरोताजा और ऊर्जावान बना सकते हैं।
चेहरे पर ठंडा पानी डालें या फेस वॉश करें
सुबह उठते ही अपने चेहरे पर ठंडा पानी छिड़कना या फेस वॉश करना शरीर को झटका देता है, जिससे दिमाग तेजी से एक्टिव हो जाता है। ठंडा पानी त्वचा की नर्व्स को उत्तेजित करता है और ब्रेन को अलर्ट करता है। यह आदत न सिर्फ आंखों की सुस्ती को दूर करती है बल्कि पूरे शरीर में ऊर्जा का संचार करती है।
मोबाइल से दूरी बनाए रखें
सोने से कम से कम एक घंटा पहले मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का इस्तेमाल बंद कर दें। स्क्रीन की नीली रोशनी नींद के हार्मोन ‘मेलाटोनिन’ को प्रभावित करती है, जिससे अगली सुबह थकावट महसूस होती है। डिजिटल डिटॉक्स से नींद की गुणवत्ता सुधरती है।
सोने और उठने का समय तय करें
हर दिन एक ही समय पर सोना और जागना आपकी बॉडी क्लॉक को नियमित करता है। यह प्राकृतिक घड़ी आपकी नींद को गहरी और शांत बनाती है, जिससे सुबह खुद-ब-खुद नींद खुलने लगती है।
सुबह की रोशनी लें
जैसे ही आंख खुले, खिड़की खोलें या बालकनी में कुछ मिनट खड़े हो जाएं। सूरज की प्राकृतिक रोशनी दिमाग को संकेत देती है कि अब एक्टिव होने का समय है। यह तकनीक नींद को खत्म करने में बेहद असरदार है।
अलार्म को बिस्तर से दूर रखें
अगर आप बार-बार स्नूज़ का बटन दबा देते हैं, तो अलार्म को बिस्तर से दूर रखें। इससे आपको उठकर अलार्म बंद करना पड़ेगा, जो शरीर को जागने का इशारा देता है।
हल्की स्ट्रेचिंग करें
बिस्तर पर बैठकर 2–3 मिनट की स्ट्रेचिंग या प्राणायाम करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है और आलस दूर होता है। यह शरीर और मन दोनों को सक्रिय करने का प्राकृतिक तरीका है।