

गृह प्रवेश एक शुभ अवसर है, लेकिन मलमास, चतुर्मास और श्राद्ध पक्ष में वर्जित होता है। सही तिथि, नक्षत्र और दिन चुनने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
गृह प्रवेश समारोह (सोर्स- इंटरनेट)
New Delhi: हर किसी का एक ही सपना होता है कि उसका अपना घर हो भले ही वह छोटा हो लेकिन अपना होना चाहिए। इसके लिए लोग जी तोड़ मेहनत करते हैं, अपनी पूरी जिंदगी की कामाई लगा देते हैं फिर जाकर अपना घर मिलता है। वहीं जब अपना घर मिल जाता है तो उसमें रहना तभी शुरू करते हैं जब गृह प्रवेश होता है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक गृह प्रवेश एक महत्वपूर्ण अवसर होता है जब कोई व्यक्ति अपने नए घर में प्रवेश करता है। हिंदू धर्म में इस अवसर को बहुत ही शुभ माना जाता है और इसके लिए कई तरह की धार्मिक अनुष्ठान और रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है।
वर्जित महीने: मलमास
गृह प्रवेश के लिए कुछ महीने वर्जित माने जाते हैं, जिनमें मलमास प्रमुख है। मलमास को पुरुषोत्तम मास या अधिकमास भी कहा जाता है, जो लगभग हर 2.5 साल में आता है। इस महीने में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है, जिसमें गृह प्रवेश भी शामिल है।
अन्य वर्जित महीने
इसके अलावा, कुछ अन्य महीने भी गृह प्रवेश के लिए वर्जित माने जा सकते हैं। जैसे-
1. चतुर्मास: चतुर्मास के दौरान भी गृह प्रवेश नहीं किया जता है। बता दें कि जो चतुर्मास आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक होता है और इसे गृह प्रवेश के लिए वर्जित माह माना जाता है।
2. श्राद्ध पक्ष: श्राद्ध पक्ष के दौरान भी गृह प्रवेश नहीं होता है। यह माह पितरों को समर्पित होता है।
गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त
गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसके लिए पंडितों और ज्योतिषियों से परामर्श करना उचित होता है। शुभ मुहूर्त में गृह प्रवेश करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। ऐसे में जान लेते हैं कि गृह प्रवेश के लिए शुभ तिथि, नक्षत्र और दिन कौन से होते हैं?
शुभ वार: सोमवार, गुरुवार, शुक्रवार
शुभ नक्षत्र: रोहिणी, मृगशिरा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, अनुराधा, श्रवण, रेवती
चंद्रमा की स्थिति: चंद्रमा यदि चतुर्थ, अष्टम या द्वादश भाव में हो तो गृह प्रवेश टालना चाहिए।
2025 के कुछ प्रमुख गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त
जुलाई माह में
- दो जुलाई, मंगलवार (सुबह 5 बजकर 30 मिनट से सुबह 11 बजकर 07 मिनट तक, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र)
- चार जुलाई, गुरुवार (शाम चार बजकर 32 से शाम 4 बजकर 50 मिनट तक, चित्रा नक्षत्र)
- 7 जुलाई, रविवार से 8 जुलाई, सोमवार तक (अनुराधा नक्षत्र)
अक्टूबर माह में
- 23 अक्टूबर, गुरुवार से 24 अक्टूबर, शुक्रवार तक (अनुराधा नक्षत्र)
- 29 अक्टूबर, मंगलवार (सुबह छह बजकर 33 मिनट से सुबह नौ बजकर 29 मिनट तक, उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र)
- नवंबर 2025:
- 3 नवंबर, रविवार (सुबह 6:37 बजे से सुबह 3:05 बजे तक, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र)
- 24 नवंबर, रविवार से 25 नवंबर, सोमवार तक (उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र)
2025 में गृह प्रवेश का अशुभ काल
गृह प्रवेश के लिए चातुर्मास (जुलाई से अक्टूबर) और खर मास (दिसंबर-जनवरी में सूर्य धनु या मीन राशि में हो) में गृह प्रवेश नहीं किया जाता।
गृह प्रवेश के दिन क्या करें?
घर की साफ-सफाई करें, फिर गौरी-गणेश पूजा, कुंभ प्रवेश, वास्तु शांति, नवग्रह पूजा आदि करें। पहली बार चूल्हा जलाना (अन्नप्राशन या चूल्हा पूजन) भी उसी दिन होता है। पीले वस्त्र पहनें, हल्दी-चावल का प्रयोग करें।