Study Tips: पढ़ाई में ध्यान नहीं लगता? जानिए एकाग्रता बढ़ाने के 5 Scientific तरीके

सोशल मीडिया के कारण छात्रों की एकाग्रता पर असर पड़ रहा है, लेकिन साइंटिफिक तकनीकों से पढ़ाई आसान हो सकती है। पोमोडोरो, माइंड मैपिंग, फ्लैशकार्ड, सिंगल-टास्किंग और अच्छी डाइट-नींद से फोकस बढ़ता है और पढ़ाई लंबे समय तक याद रहती है।

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 11 December 2025, 2:49 PM IST
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New Delhi: आज के सोशल मीडिया युग में छात्रों के लिए पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ाई करना चुनौती बन गया है। मोबाइल नोटिफिकेशन, मल्टीटास्किंग और लगातार बदलती डिजिटल आदतें स्टूडेंट्स के फोकस को प्रभावित कर देती हैं। कई छात्र पढ़ाई तो शुरू करते हैं, लेकिन कुछ देर बाद ही पढ़ा हुआ भूल जाते हैं और दोबारा मन लगाने में दिक्कत महसूस करते हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि इसका सबसे बड़ा कारण है पढ़ाई में एकाग्रता की कमी। ऐसे में अगर आप भी किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और पढ़ते समय ध्यान भटकता है, तो कुछ साइंटिफिक तकनीकें आपके लिए बेहद कारगर साबित हो सकती हैं।

मल्टीटास्किंग को कहें ‘ना’

अक्सर देखा गया है कि छात्र एक साथ कई काम करने की कोशिश करते हैं जैसे पढ़ाई के साथ सोशल मीडिया चलाना या संगीत सुनना। अध्ययन बताते हैं कि मल्टीटास्किंग ब्रेन की सूचना प्रोसेसिंग क्षमता को कम कर देती है और ध्यान बार-बार भटकता है। इसलिए पढ़ाई के दौरान केवल एक ही विषय पर फोकस करें। यह तरीका न केवल एकाग्रता बढ़ाता है, बल्कि याददाश्त को भी मजबूत बनाता है।

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पोमोडोरो टेक्निक अपनाएं

पढ़ाई में मन लगाने और मानसिक थकान को रोकने के लिए पोमोडोरो टेक्निक बहुत प्रभावी मानी जाती है। इस तकनीक में 30–40 मिनट लगातार पढ़ने के बाद 5 मिनट का छोटा ब्रेक लिया जाता है। ये छोटे-छोटे ब्रेक ब्रेन को रेस्ट देते हैं और दोबारा ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं। खास बात यह है कि यह तकनीक लंबे समय तक पढ़ाई को आसान और प्रभावी बनाती है।

माइंड मैपिंग से याददाश्त बढ़ाएं

माइंड मैपिंग एक विजुअल लर्निंग तकनीक है, जो जटिल विषयों को सरल और यादगार बनाती है। किसी भी टॉपिक को चित्रों, रंगों और आरेखों की मदद से नोट करना ब्रेन के विजुअल सेक्शन को एक्टिव करता है। यह तरीका न केवल फोकस बढ़ाता है, बल्कि रिविजन को भी आसान बनाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए यह तकनीक बेहद उपयोगी है।

खुद का ध्यान रखना भी जरूरी

पढ़ाई की तकनीकों जितनी महत्वपूर्ण हैं, उतना ही जरूरी है अपने शरीर और दिमाग का ध्यान रखना। गलत डाइट और नींद की कमी एकाग्रता को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। विशेषज्ञों के अनुसार डाइट में फल, डार्क चॉकलेट और नट्स जैसे ब्रेन-बूस्टिंग फूड्स शामिल करने चाहिए। साथ ही रोजाना 7–8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। नींद की कमी से फोकस कमजोर होता है और पढ़ा हुआ लंबे समय तक याद नहीं रहता।

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फ्लैशकार्ड बनाकर पढ़ाई को मज़बूत करें

हाल के वर्षों में फ्लैशकार्ड टेक्निक छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय हुई है। इस तकनीक में महत्वपूर्ण बिंदुओं को छोटे कार्ड में लिखकर किताबों या नोटबुक में लगा दिया जाता है। यह तरीका रिविजन को तेज, आसान और लंबे समय तक याद रखने में सक्षम बनाता है। खासकर साइंस, जीके और भाषाओं की तैयारी के लिए यह तकनीक बेहद प्रभावी है।

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  • New Delhi

Published : 
  • 11 December 2025, 2:49 PM IST

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