

कनाडा के डिजिटल सेवा कर को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ा रुख अपनाते हुए कनाडा के साथ सभी व्यापार वार्ताएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं।
डोनाल्ड ट्रंप की फोटो (सोर्स-इंटरनेट)
वॉशिंगटन: अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक संबंधों में एक बार फिर दरार आ गई है। इस बार विवाद की वजह बना है कनाडा का नया डिजिटल सेवा कर, जिसे लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति और 2024 के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि उन्होंने कनाडा के साथ व्यापार से जुड़ी सभी वार्ताओं को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है।
ट्रंप की नाराजगी का कारण कनाडा की वह टैक्स नीति है, जिसके तहत विदेशी टेक्नोलॉजी और ई-कॉमर्स कंपनियों से 3% तक टैक्स वसूला जाएगा। यह टैक्स 1 जनवरी 2022 से प्रभावी है, लेकिन कंपनियों को 30 जून 2025 से इसका भुगतान करना होगा। इसका सीधा असर अमेरिका की बड़ी टेक कंपनियों जैसे कि Google, Amazon, और Meta पर पड़ेगा।
क्या है डिजिटल सेवा कर (DST)?
डिजिटल सेवा कर के अंतर्गत कनाडा सरकार उन तकनीकी कंपनियों पर टैक्स लगाएगी जो कनाडा में ऑनलाइन सेवाओं के जरिए बड़ी मात्रा में राजस्व अर्जित करती हैं। इनमें ऑनलाइन विज्ञापन, सोशल मीडिया सेवाएं, डेटा बिक्री और डिजिटल मार्केटप्लेस शामिल हैं। यह टैक्स उन्हीं कंपनियों पर लागू होगा जिनका वैश्विक राजस्व 750 मिलियन यूरो से अधिक हो और कनाडा से डिजिटल सेवाओं से कम से कम 20 मिलियन कनाडाई डॉलर की कमाई हो।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स-इंटरनेट)
कनाडा को होगा अरबों का लाभ
कनाडा सरकार को इस टैक्स से हर साल करीब 870 मिलियन डॉलर की आमदनी होने की उम्मीद है। संसदीय बजट कार्यालय के अनुसार, पांच वर्षों में यह टैक्स 7.2 अरब कनाडाई डॉलर का राजस्व लाएगा। इसके उलट, अमेरिका में तकनीकी उद्योग संगठनों का मानना है कि इस कर से अमेरिका को नुकसान होगा और लगभग 3,000 नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं।
ट्रंप की तीखी प्रतिक्रिया
डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा पर यूरोपीय संघ की नकल करने का आरोप लगाते हुए कहा, "कनाडा ने सोमवार से टैक्स लागू करने की जानकारी दी है, जो अमेरिका के हितों पर सीधा हमला है। इसलिए हम कनाडा के साथ व्यापार वार्ता समाप्त कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे चेतावनी दी कि अमेरिका अगले 7 दिनों में कनाडा को बता देगा कि उन्हें अमेरिकी बाजार में व्यापार करने के लिए कितना टैरिफ देना होगा। ट्रंप के इस फैसले से अमेरिका-कनाडा व्यापार संबंधों में भारी तनाव आने की आशंका है।