

सोमवार को व्हाइट हाउस एक बड़ी मैगा मीटिंग होने वाली हैं। बैठक में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ यूरोपीय संघ और नाटो के प्रमुख नेता भी शामिल होंगे। यूरोप यह सुनिश्चित करना चाहता है कि अमेरिका और रूस के बीच किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन के हितों की अनदेखी न हो।
ट्रंप-जेलेंस्की के बीच बैठक (फाइल) - फोटो
New Delhi: रुस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के बाद सोमवार को व्हाइट हाउस एक बड़ी मैगा मीटिंग होने वाली हैं। बैठक में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ यूरोपीय संघ और नाटो के प्रमुख नेता भी शामिल होंगे। यूरोप यह सुनिश्चित करना चाहता है कि अमेरिका और रूस के बीच किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन के हितों की अनदेखी न हो।
यूरोपीय आयोग की प्रमुख युरसुला वॉन डेर लेयेन के साथ-साथ जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्क, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और नैटो महासचिव मार्क रुटे इस मीटिंग में जेलेंस्की के साथ होंगे। इस बैठक में फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टुब्ब और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की भी उपस्थिति की संभावना है। हालांकि ब्रिटेन के प्रधान मंत्री कीर स्टारमर ने अपनी पुष्टि अभी नहीं की है, लेकिन एक प्रमुख सहयोगी के तौर पर उनकी उम्मीद व्यक्त की जा रही है। जर्मन सरकार ने बताया कि इस बैठक में मुख्य रूप से सुरक्षा गारंटी, क्षेत्रीय मुद्दों और रूस की आक्रामकता के खिलाफ यूक्रेन के समर्थन के जारी रखने पर चर्चा होगी।
ट्रंप पर यूक्रेन युद्ध खत्म कराने का दवाब
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव कैंपेन में कहा था कि राष्ट्रपति बनने के बाद वह एक महीने में रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म कर देंगे। हालांकि कई कोशिशों के बाद भी ट्रंप ऐसा करने में नाकाम रहे। कई बार उन्होंने रूस पर प्रतिबंध लगाने की बात कही और फिर पुतिन को मीटिंग के लिए अलास्का में बुलाया। हालांकि दोनों नेताओं के बीच कोई डील तो नहीं हुई, लेकिन कई रिपोर्ट में ये दावा किया गया कि पुतिन से शांति को लेकर ट्रंप का सामने शर्तें रखी है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं को दो टूक कहा कि अगर जेलेंस्की रूस को डोनबास का पूरा इलाका सौंप दें, यहां तक कि उन क्षेत्रों को भी जो रूसी सैनिकों के कब्जे में नहीं है तो क्षेत्र में तुरंत शांति आ सकती है।
पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रंप ने फॉक्स न्यूज के सीन हैनिटी को एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने कहा, 'आज जो कुछ हुआ, उसकी वजह से मुझे लगता है कि मुझे इस (टैरिफ) के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है।' ट्रंप ने आगे कहा, 'अब, मुझे शायद दो या तीन हफ्ते बाद इस बारे में सोचना पड़ेगा, लेकिन अभी हमें इस बारे में सोचने की जरूरत नहीं है। मुझे लगता है, आप जानते हैं, बैठक बहुत अच्छी रही।'