

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद एक बार फिर हिंसक संघर्ष में बदल गया है। ता मुएन थॉम नामक प्राचीन हिंदू मंदिर को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस युद्ध में अब तक 13 लोगों की जान जा चुकी है और दर्जनों घायल हैं।
प्राचीन मंदिर बना जंग का मैदान (सोर्स-गूगल)
New Delhi: दक्षिण एशिया के दो प्रमुख देशों, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच एक बार फिर युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई है। सीमा विवाद और ऐतिहासिक शिव मंदिर पर मालिकाना हक को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। गुरुवार को थाईलैंड ने कंबोडिया पर F-16 फाइटर जेट से हमला कर दिया, जिससे युद्ध की स्थिति बन गई।
मंदिर से शुरू हुआ विवाद
यह संघर्ष धार्मिक और ऐतिहासिक विरासत से जुड़ा हुआ है। दरअसल, 11वीं सदी में खमेर साम्राज्य के राजा सूर्यवर्मन द्वारा बनवाया गया 'ता मुएन थॉम' मंदिर इस विवाद की जड़ है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर थाईलैंड के सिसाकेत और कंबोडिया के प्रीह विहार प्रांत की सीमा पर स्थित है। दोनों ही देश इस पर अपना हक जताते हैं और इसे अपनी ऐतिहासिक धरोहर मानते हैं।
शिव मंदिर विवाद ने भड़काया युद्ध (सोर्स-गूगल)
युद्ध की शुरुआत कैसे हुई?
गुरुवार सुबह थाईलैंड की सीमा पर एक संदिग्ध ड्रोन देखा गया। थाई सेना को यह ड्रोन 'ता मुएन थॉम' मंदिर के ऊपर मंडराता दिखाई दिया। इसके कुछ समय बाद कुछ कंबोडियाई सैनिकों को थाईलैंड के मिलिट्री बेस के पास देखा गया, जिससे तनाव और बढ़ गया।
दोनों सेनाओं के बीच तीखी बहस हुई और रात करीब 8:30 बजे कंबोडियाई सैनिकों ने थाईलैंड के सैन्य ठिकानों पर रॉकेट से हमला कर दिया। जवाब में थाईलैंड ने भी हवाई हमले किए, जिससे दोनों देशों के बीच खुला युद्ध शुरू हो गया।
जानी-माल की हानि
अब तक इस संघर्ष में 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें एक सैनिक और 12 आम नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा 32 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें 14 सैनिक भी हैं। युद्धग्रस्त क्षेत्रों में अफरातफरी मच गई है और सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
प्रभावित इलाके और वैश्विक चिंता
थाईलैंड के सुरीन और सिसाकेत प्रांत तथा कंबोडिया के सीमावर्ती क्षेत्रों में भारी सैन्य गतिविधि देखी जा रही है। मंदिर के आसपास भारी गोलाबारी के चलते ऐतिहासिक धरोहर को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस संघर्ष पर चिंता जताई है। कई देश दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी स्थिति पर नज़र रखते हुए शांति वार्ता का प्रस्ताव दिया है।