India-UK Trade Agreement: पीएम मोदी की यूके यात्रा में हुआ बड़ा समझौता, दोनों देशों के रिश्तों को मिलेगा नया मोड़

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन की ऐतिहासिक यात्रा पर लंदन पहुंचे हैं। इस दौरान भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) और ‘India-UK 2035 विज़न’ पर हस्ताक्षर होंगे, जो दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को नई ऊंचाई देगा।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 24 July 2025, 9:17 AM IST
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New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी ऐतिहासिक यूनाइटेड किंगडम यात्रा पर लंदन पहुंच चुके हैं। इस 24 घंटे की यात्रा के दौरान उनका स्वागत यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर द्वारा किया गया। इस महत्वपूर्ण दौरे में भारत और ब्रिटेन के बीच बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर होंगे।

यह समझौता ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के बाद दूसरा सबसे बड़ा द्विपक्षीय व्यापार समझौता होगा। FTA के तहत दोनों देशों के बीच व्यापार में लगभग 25.5 अरब पाउंड की सालाना बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही भारत को निर्यात के लिए और यूके के उत्पादों को भारतीय बाजार में बेहतर पहुंच मिलेगी।

उद्योग और उपभोक्ताओं को लाभ

समझौते के अनुसार, ब्रिटेन से आयातित वस्तुओं जैसे कि पेय पदार्थ, कॉस्मेटिक उत्पाद, लक्ज़री कारें और चिकित्सा उपकरणों पर लगने वाला औसत टैरिफ 15% से घटकर 3% तक आ सकता है। इससे ये उत्पाद भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सस्ते हो जाएंगे।

दूसरी ओर, भारत से यूके को होने वाला निर्यात भी काफी बढ़ेगा। फिलहाल ब्रिटेन भारत से करीब 11 अरब पाउंड का आयात करता है, जो इस समझौते के बाद और अधिक होने की उम्मीद है। इससे भारत के छोटे और मध्यम उद्योगों को नया बाजार मिलेगा।

PM Modi on UK visit (Source-Google)

ब्रिटेन यात्रा पर पीएम मोदी (सोर्स-गूगल)

प्रौद्योगिकी और रक्षा क्षेत्र में सहयोग

इस दौरे के दौरान भारत-यूके टेक्नोलॉजी सुरक्षा पहल के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर भविष्य की तकनीकों पर भी चर्चा होगी। राष्ट्रीय सुरक्षा, डिजिटल नवाचार और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच गहन सहयोग की उम्मीद है।

India-UK 2035 विज़न का शुभारंभ

पीएम मोदी की इस यात्रा में 'India-UK 2035 विज़न' भी लॉन्च किया जाएगा। यह विज़न दस्तावेज़ दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देगा। इसमें व्यापार, रक्षा, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा और नवाचार को मुख्य फोकस बनाया गया है। यह भविष्य की चुनौतियों से निपटने और वैश्विक स्थिरता में योगदान देने की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।

ब्रिटिश पीएम की प्रतिक्रिया

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को "ऐतिहासिक" बताया और कहा कि इससे ब्रिटेन में हजारों नई नौकरियां पैदा होंगी, क्षेत्रीय विकास को बल मिलेगा और दोनों देशों के बीच विश्वास और साझेदारी और मजबूत होगी।

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