

अमेरिका के उत्तर कैरोलिना में उष्णकटिबंधीय तूफान चेंटल ने भारी तबाही मचाई है। अब तक कम से कम 6 लोगों की मौत हो चुकी है, सैकड़ों बेघर हो गए हैं, और राज्य के 13 काउंटीज़ में आपातकाल घोषित कर दिया गया है।
उत्तर कैरोलिना में तूफान चेंटल ने मचाई भारी तबाही
New Delhi: उष्णकटिबंधीय तूफान चैंटल ने अमेरिकी राज्य उत्तरी कैरोलिना में भारी तबाही मचाई है। इस चक्रवाती तूफान के कारण भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस आपदा में कम से कम छह लोगों की जान जा चुकी है जबकि सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य के गवर्नर जोश स्टीन ने गुरुवार को 13 काउंटियों में आपातकाल की घोषणा कर दी। इस फैसले के साथ, राज्य अब संघीय सरकार से सहायता मांग सकता है, ताकि राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा सके।
रिकॉर्ड तोड़ बारिश और नदियों का उफान
चक्रवाती तूफान चैंटल के कारण उत्तरी कैरोलिना के डरहम, रैले और चैपल हिल जैसे प्रमुख शहरों में 9 से 12 इंच तक भारी बारिश दर्ज की गई। एनो नदी सहित कई प्रमुख नदियों का जलस्तर रिकॉर्ड तोड़ ऊँचाई पर पहुँच गया। जिससे बाढ़ की स्थिति और भी भयावह हो गई।
चक्रवाती तूफान चैंटल
नदियों के उफान और लगातार बारिश ने पूरे इलाके को जलमग्न कर दिया है। कई घर और दुकानें तबाह हो गई हैं और इलाके में पीने के साफ पानी की भारी कमी है। बिजली आपूर्ति ठप हो गई है और सड़कों पर यातायात पूरी तरह से बाधित है।
दुखद दुर्घटनाएँ और बचाव अभियान
तूफ़ान के कारण कई दुखद दुर्घटनाएँ भी सामने आई हैं। एक 58 वर्षीय महिला की कार बाढ़ में फंस जाने से मौत हो गई। वह मदद के लिए 911 पर कॉल कर रही थी, लेकिन कॉल कट गई। बाद में उसका शव पानी में मिला।
इसके अलावा, चैथम काउंटी में दो नाविकों के शव मिले हैं, जो तूफ़ान के दौरान लापता हो गए थे। एक अन्य महिला की कार भी तेज़ बहाव में बह गई, जिससे उसकी मौत हो गई। एक 71 वर्षीय पुरुष और एक 23 वर्षीय लड़की की भी बाढ़ में डूबने से मौत हो गई।
हालांकि राहत और बचाव अभियान युद्ध स्तर पर जारी है। डरहम में 80 से ज़्यादा लोगों को निकाला गया, जबकि चैपल हिल के अपार्टमेंट से 50 से ज़्यादा लोगों को बचाया गया।
आपातकालीन और राहत अभियान
राज्य सरकार ने 13 जिलों को विशेष रूप से प्रभावित क्षेत्र घोषित करते हुए आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। इस कदम से न केवल प्रशासनिक सहायता सक्रिय होगी, बल्कि संघीय सहायता प्राप्त करने का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
बचाव एजेंसियों, अग्निशमन दस्तों, राष्ट्रीय रक्षक दल और स्वयंसेवी संगठनों को तैनात किया गया है। अब प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को निकालना, आश्रय प्रदान करना और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं को बहाल करना है।
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