

तेलंगाना के सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड में रविवार को हुए विस्फोट के बाद लापता हुए आठ व्यक्तियों का मामला अब और जटिल हो गया है। डीएनए परीक्षण से परिवारों से जुड़ी पहचान का कोई स्पष्ट परिणाम नहीं मिला है, जिससे परिवारों के लिए इस दुखद हादसे का सामना करना और भी कठिन हो गया है।
सिगाची इंडस्ट्री हादसा (सोर्स-गूगल)
Telangana: तेलंगाना के सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड में रविवार को हुए भीषण विस्फोट के बाद आठ व्यक्ति लापता हो गए थे। इस दुर्घटना में 44 लोगों की मौत हो गई थी और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। हादसे के बाद प्रशासन और स्थानीय अधिकारी राहत कार्यों में जुटे हुए थे, लेकिन अब लापता व्यक्तियों के बारे में ताजा डीएनए जांच के नतीजों ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है।
प्रारंभिक जांच के मुताबिक, विस्फोट स्थल से बरामद किए गए शरीर के अंगों के डीएनए नमूनों का विश्लेषण केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) ने किया। इन 100 से ज्यादा नमूनों की जांच के बाद यह पाया गया कि इनमें से किसी भी नमूने की पहचान लापता व्यक्तियों के परिवारों से संबंधित नहीं थी। इस नतीजे ने एक नए रहस्य को जन्म दिया है, क्योंकि इससे यह सवाल उठता है कि क्या वास्तव में लापता हुए आठ व्यक्ति अब तक सही सलामत हैं या नहीं।
अधिकारियों ने इस संबंध में प्रभावित परिवारों से अपील की है कि वे अपने घरों की ओर लौट जाएं और स्थिति को समझें। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल पहचान के मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है, और परिवारों को मानसिक रूप से इस कठिन परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
तेलंगाना विस्फोट (सोर्स-गूगल)
अधिकारियों की बैठक और परिवारों की प्रतिक्रिया
बुधवार को संगारेड्डी के अतिरिक्त कलेक्टर चंद्रशेखर की अगुवाई में अधिकारियों ने लापता व्यक्तियों के परिवारों से मिलने के लिए एक पुनर्वास केंद्र में एक बैठक आयोजित की। इस दौरान अधिकारियों ने परिवारों को यह सलाह दी कि वे अपने घरों को लौटने पर विचार करें।
इस खबर से परिवारों में शोक और निराशा का माहौल था, क्योंकि उन्हें अभी तक अपने प्रियजनों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई थी। हालांकि अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि मृत्यु प्रमाणपत्रों की प्रक्रिया अगले तीन महीने के भीतर पूरी कर दी जाएगी।
मुआवजे और अन्य अधिकारों का आश्वासन
संगारेड्डी के अतिरिक्त कलेक्टर ने यह भी आश्वासन दिया कि लापता श्रमिकों के परिवारों को उचित मुआवजा और अन्य सरकारी लाभ प्रदान करने के प्रयास जारी हैं। सरकार उनकी मदद करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है और जल्द ही परिवारों को उनके अधिकारों के तहत सभी मुआवजे और मदद दी जाएगी।
सवालों के घेरे में प्रशासन
हालांकि प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों और सहायता को परिवारों ने लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं, लेकिन अब भी मामले में कुछ सवालों के घेरे बने हुए हैं। इस हादसे के बाद लापता हुए व्यक्तियों के परिवारों को उनके प्रियजनों का अंतिम संस्कार करने का अवसर भी नहीं मिला है, जिससे उनके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है।