

अफगानिस्तान ने दावा किया कि उसकी सेना ने शनिवार रात को पाकिस्तान सीमा पर हुई झड़प में 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। यह कार्रवाई पाकिस्तान की ओर से किए गए हवाई उल्लंघन के जवाब में की गई।
प्रतीकात्मक छवि
New Delhi: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच भड़की हिंसक झड़प अब थम गई है। अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने रविवार को घोषणा की कि सऊदी अरब और कतर की मध्यस्थता के बाद सीमा पर जारी लड़ाई को ‘पूरी तरह रोक दिया गया है।’
हालांकि, तालिबान ने दावा किया है कि शनिवार रात की झड़प में पाकिस्तान के 58 सैनिक मारे गए, जबकि तालिबान के 9 योद्धा भी शहीद हुए और 16 घायल हुए हैं। अफगान मीडिया TOLO News के अनुसार, यह संघर्ष पाकिस्तान की काबुल एयरस्ट्राइक के जवाब में हुआ था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच सीमा पर घंटों तक फायरिंग चली।
तालिबान ने कहा है कि उन्होंने कतर और सऊदी अरब के अनुरोध और मध्यस्थता पर संघर्ष रोकने का फैसला किया है। प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ‘हमने सीमा पर झड़पें रोक दी हैं। यह निर्णय कतर और सऊदी अरब की मध्यस्थता और उनके अनुरोध पर लिया गया।
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हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहते हैं।’ सऊदी अरब, कतर और ईरान ने इस संघर्ष पर गहरी चिंता जताई थी और दोनों पक्षों से ‘संयम, बातचीत और समझदारी’ की अपील की थी। सऊदी विदेश मंत्रालय ने कहा था, ‘हम पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से चिंतित हैं। दोनों देशों को संयम बरतना चाहिए और संवाद के जरिए सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखनी चाहिए।’
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कतर विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी करते हुए कहा कि वह क्षेत्रीय शांति और लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव सहयोग करेगा. वहीं ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा- ‘दोनों पक्षों को धैर्य रखना चाहिए। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में स्थिरता का मतलब पूरे क्षेत्र में स्थिरता है।’
अफगानिस्तान ने दावा किया कि उसकी सेना ने शनिवार रात को पाकिस्तान सीमा पर हुई झड़प में 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। यह कार्रवाई पाकिस्तान की ओर से किए गए हवाई उल्लंघन के जवाब में की गई।
तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अफगान सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान की 25 सैन्य चौकियां कब्जे में ले ली हैं। इस कार्रवाई में 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, जबकि 30 अन्य घायल हुए हैं।