

जापान के दक्षिणी मुख्य द्वीप क्यूशू में भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। कई लोग लापता हैं, कुछ घायल हुए हैं और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। “ओबोन” त्योहार के दौरान यात्रा कर रहे लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जापान बाढ़ 2025 (Img: Google)
New Delhi: जापान के दक्षिणी मुख्य द्वीप क्यूशू में मूसलधार बारिश ने तबाही मचा दी है। बीते सप्ताह से जारी भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। विशेष रूप से कागोशिमा और कुमामोटो प्रांतों में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं।
बारिश की शुरुआत पिछले सप्ताह के अंत में हुई थी और इसके बाद से स्थिति और भी भयावह होती गई। कागोशिमा प्रांत में एक व्यक्ति लापता है जबकि चार अन्य लोग घायल हुए हैं। मौसम विभाग ने बताया कि एक कम दबाव का क्षेत्र इलाके के ऊपर स्थिर बना हुआ है, जिससे लगातार वर्षा हो रही है।
कुमामोटो में सबसे गंभीर स्थिति
सोमवार को जापान की मौसम एजेंसी ने कुमामोटो प्रांत में सबसे उच्च स्तरीय बारिश चेतावनी जारी की। अग्निशमन और आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कुमामोटो समेत कुल सात प्रांतों में हजारों लोगों के लिए तत्काल निकासी सलाह जारी की है।
कुमामोटो में आपात सेवाएं कई लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं। एक परिवार अपनी कार से निकासी केंद्र जा रहा था जब एक भूस्खलन ने उन्हें चपेट में ले लिया। राहतकर्मियों ने परिवार के दो सदस्यों को जीवित बचा लिया, लेकिन एक अन्य सदस्य अभी भी लापता है। इसके अलावा दो और लोग प्रांत के अन्य हिस्सों से लापता बताए जा रहे हैं।
कई अन्य लोग भी बारिश से उफनती नदियों में गिरकर लापता हो गए हैं, जिनमें फुकुओका प्रांत के निवासी भी शामिल हैं।
यात्रा और बिजली आपूर्ति पर प्रभाव
यह आपदा ऐसे समय में आई है जब जापान में "ओबोन" सप्ताह चल रहा है, जो एक प्रमुख बौद्ध अवकाश है और लाखों लोग इस दौरान यात्रा करते हैं। बारिश के कारण क्यूशू के कागोशिमा और उत्तरी हिस्से के हाकाटा शहर को जोड़ने वाली बुलेट ट्रेन सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इसके साथ ही कई स्थानीय ट्रेनों को भी स्थगित कर दिया गया है।
क्यूशू इलेक्ट्रिक पावर कंपनी के अनुसार, कुमामोटो में लगभग 6,000 घरों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
टेलीविजन पर तबाही के दृश्य
स्थानीय टीवी चैनलों पर दिखाई गई फुटेज में सड़कों पर भरा कीचड़, बहते पेड़ और टहनियां, तथा घुटनों तक पानी में चलते लोग दिखाई दे रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।