हिंदी
बिहार चुनाव के दूसरे चरण में सुबह 11 बजे तक औसतन 31.38% मतदान हुआ। किशनगंज में सबसे ज्यादा 34.74% तो मधुबनी में सबसे कम 28.66% वोटिंग दर्ज हुई। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई है।
बिहार चुनाव के दूसरे चरण में 31.38 फीसदी वोटिंग (सोर्स- गूगल)
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए मंगलवार को सुबह 7 बजे से 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान जारी है। इस चरण में कुल 3.70 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार, सुबह 11 बजे तक लगभग 31.38 प्रतिशत मतदान दर्ज किया जा चुका है।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में सुबह 11 बजे तक 31.38 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा वोटिंग किशनगंज जिले में हुई, जहां 34.74 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, सबसे कम मतदान मधुबनी जिले में रहा, जहां अब तक केवल 28.66 फीसदी वोट पड़े हैं। शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है और चुनाव आयोग लगातार निगरानी कर रहा है।
बिहार में दूसरे चरण में भी बंपर वोटिंग हो रही है। सुबह 11 बजे तक 31.38 प्रतिशत हुआ है। निर्वाचन आयोग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम चंपारण में 32.39%, पूर्वी चंपारण में 31.16%, शिवहर में 31.58%, सीतामढ़ी में 29.81%, मधुबनी में 28.66%, सुपौल में 31.69%, अररिया में 31.88%, किशनगंज में 34.79%, पूर्णिया में 32.94%, कटिहार में 30.83%, भागलपुर में 29.08%, बांका में 32.91%, कैमूर (भभुआ) में 31.98%, रोहतास में 29.80%, अरवल में 31.87%, जहानाबाद में 30.36%, औरंगाबाद में 32.88%, गया में 34.07%, नवादा में 29.02% और जमुई में 33.69% मतदान दर्ज किया गया है।
इस चरण में 12 वर्तमान मंत्री समेत कुल 1,302 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। वोटिंग के लिए राज्य भर में 45,399 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 4,109 को संवेदनशील घोषित किया गया है। संवेदनशील बूथों पर मतदान शाम 4 बजे से 5 बजे तक ही होगा, जबकि अन्य बूथों पर मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी।
बिहार चुनाव (सोर्स- गूगल)
इस दौरान, बगहा में मतदाताओं ने विशेष मुद्दों को लेकर वोट बहिष्कार किया। रिपोर्ट के अनुसार, बगहा के 18 बूथों पर करीब 15 हजार मतदाताओं ने पानी, सड़क और पुल जैसी मूलभूत जरूरतों की मांग को लेकर मतदान से परहेज किया। यह स्थिति प्रशासन और चुनाव आयोग के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि यह साफ संकेत देती है कि विकास और मूलभूत सुविधाओं को लेकर मतदाताओं में असंतोष है।
किशनगंज और जमुई समेत पांच जिलों में छह बूथों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) खराब होने की वजह से मतदान देर से शुरू हुआ। इस पर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि EVM में खराबी की बात जानबूझकर बताई जा रही है ताकि मत चोरी की संभावना बनी रहे। हालांकि, चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी बूथों पर जल्द से जल्द मतदान सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा और मतदाता अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे।
इस चरण में जिन 20 जिलों में वोटिंग हो रही है, उनमें पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, सहरसा, सीतामढ़ी, वैशाली, जमुई, रोहतास, और बांका जैसे जिले शामिल हैं। चुनावी विशेषज्ञों का कहना है कि यह चरण राज्य की राजनीतिक तस्वीर को और स्पष्ट करेगा क्योंकि कई महत्वपूर्ण और संवेदनशील सीटें इस चरण में हैं।