Samastipur: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 1 से 5 नवंबर तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनावी दौरे पर हैं। इस दौरान वे इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाओं को संबोधित करेंगे और जनता से भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ वोट करने की अपील करेंगे। आज, 2 नवंबर को अखिलेश यादव ने समस्तीपुर जिले के सराय रंजन विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला और राज्य में भ्रष्ट शासन के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।
“इस बार बिहार से बीजेपी की विदाई तय”
अखिलेश यादव ने सभा में कहा, “इस बार बिहार से भारतीय जनता पार्टी की विदाई होने जा रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि इस चुनाव में बिहार की जनता बदलाव की राह पर है और वे भारतीय जनता पार्टी को राज्य से बाहर करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उनका यह बयान बीजेपी की विरोधी आवाजों के बीच बहुत महत्वपूर्ण था, क्योंकि कई दल पहले ही सरकार के खिलाफ नकारात्मक राय बना चुके हैं।
महिलाओं के लिए 2500 रुपये का वादा
अखिलेश यादव ने गरीब महिलाओं को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा, “हम बिहार में गरीब परिवारों की जो महिलाएं घर चलाती हैं, उन्हें हर माह 2500 रुपये दिए जाएंगे ताकि उनका जीवन सम्मानजनक हो सके।” यह वादा बिहार में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए किया गया है और यह भारत सरकार की जनधन योजना से भी एक कदम आगे की पहल मानी जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव की सरकार 500 रुपये का रसोई गैस सिलेंडर देने का काम करेगी। यह कदम महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए उठाया जाएगा, जो अक्सर गैस सिलेंडर की बढ़ी हुई कीमतों से जूझ रही हैं।
“हमारे पास विकास की योजना है”
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में बिहार के किसानों और बेरोजगारों के लिए भी योजनाएं प्रस्तुत कीं। उन्होंने कहा कि “हम किसानों को अपनी उपज का उचित मूल्य दिलवाने के लिए कार्य करेंगे”, और साथ ही राज्य में बेरोजगारी की समस्या को हल करने के लिए भी ठोस कदम उठाएंगे। उनका कहना था कि उनकी सरकार बेहतर रोजगार और शैक्षिक अवसरों के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएगी।
बीजेपी के खिलाफ जन समर्थन बढ़ाने की रणनीति
अखिलेश यादव के इस चुनावी दौरे का उद्देश्य बीजेपी के खिलाफ जन समर्थन जुटाना और महागठबंधन के उम्मीदवारों को जिताना है। वह बिहार के प्रमुख सीटों पर प्रचार करेंगे और भाजपा की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शित करेंगे। उनके अनुसार, बीजेपी की सरकार किसी भी वर्ग का भला नहीं कर सकती और उनका महागठबंधन चुनावी मैदान में एक मजबूत विकल्प पेश करेगा।

