

खुलेआम असलहों के प्रदर्शन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
राइफल से कलश फोड़ते हुए युवक ( सोर्स - रिपोर्टर )
एटा: जिले में खुलेआम असलहों के प्रदर्शन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। ताजा मामला मिरहची थाना क्षेत्र के गांव फालर का है, जहां भागवत कथा के धार्मिक आयोजन के दौरान एक युवक द्वारा लाइसेंसी राइफल से कलश फोड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो ने न सिर्फ स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि धार्मिक आयोजनों में असलहे के इस्तेमाल को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गांव में आयोजित भागवत कथा के दौरान एक बल्ली पर कलश बांधा गया है। इसके बाद एक युवक दूर से लाइसेंसी राइफल से निशाना लगाकर उस कलश को फोड़ता है। यह युवक कोई और नहीं, बल्कि गोपालपुर ओछा निवासी बंटी है, जो अपनी बुआ के घर फालर गांव आया हुआ था। आयोजन में जुटे लोग इस पूरे घटनाक्रम को देखकर तालियां बजाते नजर आते हैं, मानो यह कोई खेल या मनोरंजन हो।
भागवत कथा के धार्मिक आयोजन के दौरान एक युवक ने राइफल से तोड़ा कलश, वीडियो हुआ वायरल#Etah #ViralVideos @Uppolice pic.twitter.com/kRXxQEYjmm
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) June 22, 2025
इस घटना का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों में इसकी निंदा शुरू हो गई। धार्मिक आयोजनों में असलहों का ऐसा प्रदर्शन न सिर्फ कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि इससे समाज में गलत संदेश भी जाता है।
मामले की जानकारी जब प्रशासन को हुई तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि यह घटना मिरहची थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है और वीडियो हाल ही में आयोजित भागवत कथा के दौरान का है। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक पुष्टि या एफआईआर की सूचना सामने नहीं आई है, लेकिन पुलिस द्वारा वीडियो की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि एटा जिले में पहले भी बारात, ताजिया, कथा और अन्य आयोजनों में खुलेआम असलहों का प्रदर्शन होता रहा है। कई बार यह दिखावा जानलेवा साबित हुआ है, लेकिन इसके बावजूद स्थानीय स्तर पर सख्ती नजर नहीं आती।
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस वायरल वीडियो को लेकर कोई सख्त कदम उठाती है या यह भी अन्य मामलों की तरह जांच और चेतावनी तक सीमित रह जाएगा। प्रशासन से लोगों की अपेक्षा है कि लाइसेंसी हथियारों का इस तरह का दुरुपयोग रोकने के लिए ठोस कार्यवाही की जाए।