

जिले में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत गोरखपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कुख्यात गोतस्कर साहब अंसारी गिरफ्तार
गोरखपुर: जिले में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत गोरखपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। शाहपुर थाना क्षेत्र में देर रात हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने कुख्यात गोतस्कर साहब अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। इस मुठभेड़ में आरोपी के पैर में गोली लगने के बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
डाइनामाइट न्यूज संवादाता अनुसार 23-24 मई की रात शाहपुर थाना पुलिस क्षेत्र में नियमित गश्त पर थी, तभी एक संदिग्ध पिकअप वाहन नजर आया। पुलिस ने वाहन को रुकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने वाहन भगा लिया। पीछा करने पर पिकअप सवारों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें एक गोली साहब अंसारी के दाहिने पैर में लगी और वह घायल होकर पकड़ा गया। उसके दो साथी मौके से फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश में पुलिस ने सघन अभियान शुरू कर दिया है।
नाम: साहब अंसारी
पिता का नाम: हारुन अंसारी, निवास: तमकुहा, थाना धनहा, जिला पश्चिमी चंपारण (बगहा), बिहार
बरामद सामग्री:
एक देशी तमंचा (.315 बोर)एक जिंदा कारतूस,एक खोखा कारतूस,घटना में प्रयुक्त पिकअप वाहन
गिरफ्तारी के बाद आरोपी पर शाहपुर थाने में मुकदमा संख्या 254/25, धारा 109(1) बीएनएस और 3/25/27 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त साहब अंसारी पहले से ही कई गंभीर मामलों में वांछित था, जिनमें गोहत्या, पशु क्रूरता और आर्म्स एक्ट से जुड़े केस शामिल हैं। वह गोरखपुर और कुशीनगर जिलों में कुल छह से अधिक मामलों में नामजद है।
इस कार्रवाई का नेतृत्व शाहपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय ने किया। उनके साथ टीम में उपनिरीक्षक सुदीप सिंह, अंजय कुमार सिंह, मधुरेश त्रिवेदी और कांस्टेबल जय प्रकाश यादव, गौरव यादव, प्रवीण यादव, धीरेन्द्र सिंह यादव, राहुल सरोज, अभिषेक सिंह, अजय यादव, सुधीर राय और अर्जुन शर्मा शामिल थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गोरखपुर राज करन नैय्यर ने कहा कि जिले में अपराध और अपराधियों के खिलाफ अभियान पूरी सख्ती से जारी रहेगा। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। गोरखपुर पुलिस की यह कार्रवाई न केवल जिले में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण की दिशा में अहम कदम है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता।