

शव को जलाने की वजह से पहचान करना मुश्किल था और हत्याकांड का कोई स्पष्ट सुराग नहीं था। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास क्राइम रिपोर्ट
मामूली बात पर 5 लोगों ने किया मर्डर
गाजियाबाद: जिले के मोदीनगर इलाके में कुछ दिन पहले एक युवक की जली हुई लाश मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। शव की पहचान उमाशंकर के रूप में हुई थी। मामला पूरी तरह ब्लाइंड मर्डर का लग रहा था, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 72 घंटे के भीतर हत्या का पर्दाफाश कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि उमाशंकर उनसे रास्ते में मिला और सभी ने मिलकर शराब पी। इसी दौरान उमाशंकर ने गाली-गलौज शुरू कर दी। जिससे नाराज होकर आरोपियों ने उसकी हत्या की साजिश रची।
हत्या के बाद डीजल डालकर लगाई आग
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले उमाशंकर का गला एक गमछे से घोंटकर उसकी हत्या की और फिर उसके शरीर पर डीजल डालकर आग लगा दी। जिससे उसकी पहचान और सबूत मिट जाएं। इसके बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए थे।
हत्या के सबूत मिटाने की कोशिश
शव को जलाने की वजह से पहचान करना मुश्किल था और हत्याकांड का कोई स्पष्ट सुराग नहीं था। इसके बावजूद पुलिस की टीमों ने तकनीकी निगरानी और स्थानीय सूचना के आधार पर आरोपियों की पहचान की और उन्हें धर दबोचा।
आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त सामान जब्त
गिरफ्तार आरोपियों के पास से गमछा, डीजल की कैन और अन्य सामान बरामद किया गया है, जो हत्या में प्रयुक्त हुए थे। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की लोकेशन ट्रैक करके उन्हें पकड़ना संभव हुआ।
क्या है उमाशंकर हत्याकांड
आपको बता दें कि हैरिटेज स्कूल के पीछे ईख के खेत में बुधवार दोपहर उमाशंकर का कंकाल मिला था। कंकाल अधजली हालत में था। शव के पास से ही उमाशंकर के अधजले कपड़े मिले थे। उमाशंकर के भाई का कहना है कि उमाशंकर की हत्या के बाद शव को जला दिया गया था। गांव सीकरी कलां के 40 वर्षीय उमाशंकर शर्मा उर्फ बदल कामगार थे। पत्नी की 7 साल पहले मौत हो गई थी। उनके दो बेटी और एक बेटा है। बेटियां भाई दुष्यंत के पास रहती हैं। जबकि बेटा गुरुकुल में है।