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                        गाजियाबाद के कौशांबी में पुलिस और लुटेरों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो बदमाश गोली लगने से घायल होकर गिरफ्तार हुए। मेरठ निवासी उमर और संभल के हसन पर 13 केस दर्ज हैं। यह गैंग अब तक 30 से अधिक महिलाओं से लूट कर चुका है। पुलिस ने तमंचा, चोरी की बाइक और नकदी बरामद की है।
                                            इस पुलिस टीम ने बदमाशों को दबोचा
Ghaziabad: गाजियाबाद में मंगलवार देर रात पुलिस और लुटेरों के बीच हुई मुठभेड़ में दो शातिर बदमाशों को पुलिस ने गोली मारकर दबोच लिया। घटना कौशांबी थाना क्षेत्र के वैशाली पुलिया के पास की है, जहां चेकिंग के दौरान बिना नंबर की बाइक पर सवार दो युवकों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी, जबकि दूसरा मौके से पकड़ा गया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उनके पास से तमंचा, चोरी की बाइक और लूटा हुआ सामान बरामद किया है।
फायरिंग कर भागने की कोशिश
एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि कौशांबी थाना प्रभारी अजय शर्मा देर रात वैशाली पुलिया पर पुलिस टीम के साथ वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी सामने से बिना नंबर की बाइक पर सवार दो युवक आते दिखाई दिए। पुलिस ने जब उन्हें रुकने का इशारा किया तो दोनों मुड़कर भागने लगे। पीछा करने पर बाइक सवारों ने पुलिस पर तमंचे से फायर कर दिया। पुलिस ने घेराबंदी की, जिससे बाइक फिसल गई और दोनों गिर पड़े। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली एक बदमाश के पैर में लगी, जिसके बाद दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
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बदमाशों की पहचान और आपराधिक इतिहास
पकड़े गए आरोपियों की पहचान हसन उर्फ जावेद उर्फ जाबिर गांव लाखौरी थाना नखासा जिला संभल और उमर निवासी गली नंबर 14 थाना नौचंदी जिला मेरठ के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों पर लूट, चोरी और अवैध हथियार रखने के कुल 13 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि यह गैंग दिल्ली-एनसीआर, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर और गाजियाबाद जैसे जिलों में सक्रिय था। खासतौर पर ये महिलाएं को निशाना बनाते थे और उनसे मोबाइल, पर्स, चेन व अन्य कीमती सामान छीनकर फरार हो जाते थे।
28 अक्टूबर को की थी दो लूट की वारदातें
एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों बदमाशों ने 28 अक्टूबर को कौशांबी इलाके में एक महिला से मोबाइल और दूसरी महिला से सोने की चेन लूटी थी। दोनों वारदातें सीसीटीवी में कैद हुई थीं, जिसके आधार पर पुलिस इनकी तलाश में थी।
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पकड़े गए बदमाशों से एक तमंचा, दो जिंदा कारतूस, चोरी की बाइक, 2500 रुपये नगद और वारदात में इस्तेमाल की गई बिना नंबर की मोटरसाइकिल बरामद की गई है। जांच में पता चला है कि यह बाइक अगस्त महीने में वैशाली क्षेत्र से चोरी की गई थी। पुलिस अब बाइक के असली मालिक का पता लगा रही है।
कई जिलों में महिलाओं से लूट का सिलसिला
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में उमर ने कबूल किया है कि वह मेरठ का रहने वाला है और पिछले कई महीनों से अलग-अलग जिलों में महिलाओं से लूटपाट की वारदातें कर रहा था। दोनों ने मिलकर अब तक 30 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है। वे आमतौर पर भीड़भाड़ वाले इलाकों में दोपहिया वाहनों पर सवार महिलाओं को निशाना बनाते थे।
पुलिस की सतर्कता से बची बड़ी वारदात
एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि अगर पुलिस चेकिंग के दौरान सतर्कता न बरतती तो ये बदमाश किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते थे। घायल बदमाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दूसरा पुलिस हिरासत में है। दोनों से पूछताछ जारी है और इनके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश भी की जा रही है।