

पुलिस ने एसओजी और सर्विलांस टीम के साथ मिलकर एक सक्रिय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
बाइक चोरी गिरोह का भंडाफोड़
इटावा: इटावा पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने एसओजी और सर्विलांस टीम के साथ मिलकर एक सक्रिय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 15 चोरी की बाइकें बरामद की गई हैं। यह गिरोह इटावा सहित आसपास के कई जिलों में बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम देता था।
गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई
2 और 3 जून की रात को सिविल लाइन पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम बलराम सिंह चौराहा क्षेत्र में गश्त कर रही थी। इसी दौरान टीम को सूचना मिली कि दो संदिग्ध युवक चोरी की बाइक से रेलवे स्टेशन इटावा से नुमाइश चौराहा होते हुए भिंड की ओर जा रहे हैं। सूचना पर तत्काल एक्शन लेते हुए पुलिस बाइस ख्वाजा कब्रिस्तान गेट के पास पहुंची और घेराबंदी की। कुछ देर बाद दो बाइक सवार वहां पहुंचे। पुलिस ने जब उन्हें रुकने का इशारा किया तो वे भागने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया।
पूछताछ में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुमित उर्फ लुक्का पुत्र अनिल कुशवाहा और शीलू पुत्र राधेश्याम के रूप में हुई। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे चोरी की बाइकें भिंड (म.प्र.) में बेचने जा रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि उनके दो अन्य साथी सुखवीर उर्फ नेता पुत्र बाबूराम और बृजेश पुत्र सुरेंद्र सिंह के साथ मिलकर उन्होंने कुल 15 बाइकें चोरी की हैं, जिन्हें वन विभाग पोस्ट के पास एक खंडहर में छिपा कर रखा गया था।
फर्जी नंबर प्लेट और पहचान मिटाकर करते थे बिक्री
आरोपियों ने बताया कि चोरी की गई बाइकों को वे अलग-अलग जगहों से इकट्ठा करते और फिर उन्हें लोडर में भरकर दूसरे राज्यों में भेजते थे। वहां बाइकों पर फर्जी नंबर प्लेट, रंग-रूप में बदलाव, चेसिस नंबर मिटाना और पार्ट्स अलग करके उन्हें बेच दिया जाता था। बाइक चोरी की अधिकांश वारदातें मोटरसाइकिल स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि सार्वजनिक स्थलों से होती थीं।
आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सिविल लाइन थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। बरामद की गई सभी बाइकें फिलहाल पुलिस अभिरक्षा में हैं। पुलिस अब गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों और इस चोरी के नेटवर्क की विस्तृत जांच कर रही है।