

शहर में अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस का अभियान रंग लाया! 9 जुलाई 2025 को मोहद्दीपुर के वी पार्क के पास एक सनसनीखेज ऑपरेशन में पुलिस ने कुख्यात अपराधी महेश निषाद को धर दबोचा। महेश के कब्जे से एक 0.32 बोर की अवैध पिस्टल और मैगजीन बरामद हुई, जिसने इलाके में हड़कंप मचा दिया।
अवैध पिस्टल के साथ कुख्यात अपराधी चढ़ा हत्थे
Gorakhpur: शहर में अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस का अभियान रंग लाया! 9 जुलाई 2025 को मोहद्दीपुर के वी पार्क के पास एक सनसनीखेज ऑपरेशन में पुलिस ने कुख्यात अपराधी महेश निषाद को धर दबोचा। महेश के कब्जे से एक 0.32 बोर की अवैध पिस्टल और मैगजीन बरामद हुई, जिसने इलाके में हड़कंप मचा दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत, पुलिस अधीक्षक नगर और क्षेत्राधिकारी कैण्ट की अगुवाई में यह कार्रवाई की गई। प्रभारी निरीक्षक कैण्ट के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रवि प्रकाश कुँवर और उनकी तेज-तर्रार टीम ने मुखबिर की सूचना पर जाल बिछाया। देर रात चेकिंग के दौरान महेश निषाद को संदिग्ध हालत में देखा गया। जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली, तो उसके पास से अवैध पिस्टल बरामद हुई, जिसके बाद उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त महेश निषाद, जो राज रेस्टोरेंट के पीछे, बेतियाहाता, थाना कैण्ट, गोरखपुर का निवासी है, अब पुलिस की गिरफ्त में है। उसके खिलाफ थाना कैण्ट में मुकदमा नंबर 361/2025, धारा 9/25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह पिस्टल कहां से आई और इसका इस्तेमाल किस अपराध के लिए होने वाला था।
पुलिस की सतर्कता और साहस इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम में उपनिरीक्षक रवि प्रकाश कुँवर (चौकी प्रभारी, मोहद्दीपुर)उपनिरीक्षक रंजीत रंजन उपनिरीक्षक रामबिलास ,हेड कांस्टेबल रामअवध यादव कांस्टेबल आशीष चौधरी सामिल थे ।
पुलिस ने इस मामले में कड़ाई से कार्रवाई शुरू कर दी है। महेश निषाद से पूछताछ की जा रही है ताकि उसके आपराधिक नेटवर्क और हथियार के स्रोत का पता लगाया जा सके। यह बरामदगी गोरखपुर पुलिस की मुस्तैदी का एक और उदाहरण है, जो अपराधियों के लिए साफ संदेश देता है कि गोरखपुर में कानून तोड़ने की कोई जगह नहीं! जनता में हड़कंप, पुलिस की तारीफ इस कार्रवाई से मोहद्दीपुर और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस की ऐसी त्वरित कार्रवाई से अपराधियों में खौफ पैदा होगा। गोरखपुर पुलिस का यह ऑपरेशन न सिर्फ एक बड़ी सफलता है, बल्कि शहर को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।अब सवाल यह है कि क्या महेश निषाद का यह हथियार किसी बड़े अपराध की साजिश का हिस्सा था? पुलिस की जांच में जल्द ही सच्चाई सामने आएगी!