

धर्मांतरण के आरोप में पकड़े गए छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन की एटीएस रिमांड में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पूछताछ में सामने आया है कि पाकिस्तान, तुर्की और दुबई समेत कई देशों से करोड़ों रुपये की फंडिंग भारत में धर्मांतरण के लिए भेजी गई। अयोध्या, बलरामपुर, बहराइच और बिहार तक यह नेटवर्क फैला है।
छांगुर बाबा (फाइल फोटो)
Lucknow News: उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) की जांच में धर्मांतरण गिरोह के सरगना छांगुर बाबा और उसकी साथी नीतू उर्फ नसरीन से पूछताछ के तीसरे दिन कई बड़े खुलासे सामने आए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, पूछताछ में पता चला कि पाकिस्तान, तुर्की, दुबई और सऊदी अरब जैसे देशों से करोड़ों रुपये की फंडिंग भारत में धर्मांतरण कराने के मकसद से भेजी गई।
नेपाल से भारत लाया गया पैसा
रिमांड के दौरान नीतू ने स्वीकार किया कि नेपाल के जरिए भी बड़ी मात्रा में विदेशी फंड भारत में लाया गया। यह धन बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और लखीमपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में स्थानीय मनी एक्सचेंजर्स के माध्यम से भारतीय मुद्रा में बदला गया। एजेंटों को 5 से 7 प्रतिशत कमीशन देकर यह पैसा बाजार में खपाया गया।
बिहार तक फैला नेटवर्क
नीतू उर्फ नसरीन ने यह भी खुलासा किया कि न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि बिहार के कई जिलों मधुबनी, सीतामढ़ी, पूर्णिया, किशनगंज, चंपारण और सुपौल में भी उसके एजेंट सक्रिय हैं। ये एजेंट गिरोह के लिए नए लोगों की भर्ती कर नेटवर्क को फैलाने का काम कर रहे थे।
कैश डिपॉजिट मशीन से किया गया फंड ट्रांसफर
पूछताछ में नीतू ने बताया कि कई बार विदेशी फंड को सीधे एटीएम में लगी कैश डिपॉजिट मशीनों से खातों में जमा कराया गया। इस तकनीक से पहचान छिपाकर रकम ट्रांसफर करना आसान हो जाता था।
अयोध्या भी आया निशाने पर
एटीएस को जांच में पता चला कि विदेश से आई रकम का एक हिस्सा अयोध्या तक भी पहुंचा, जहां कई लोगों के धर्मांतरण कराने की बात सामने आई है। इसमें महिलाओं और युवतियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि इन आरोपों की पुष्टि अभी प्रक्रिया में है।
खातों में मिला 48 करोड़ रुपये का लेनदेन
पूछताछ में यह भी सामने आया कि छांगुर बाबा के करीबी नवीन के छह बैंक खातों में लगभग 34 करोड़ रुपये जमा हैं, जबकि नसरीन के खातों में 14 करोड़ 10 लाख रुपये पाए गए हैं। सभी खातों को फिलहाल सीज कर दिया गया है। एटीएस इन फंड्स के स्रोत और उपयोग की विस्तृत जांच कर रही है।
विदेशी खातों की भी आशंका
एटीएस को शक है कि छांगुर बाबा और उसके गिरोह के सदस्यों के विदेशों, खासकर शारजाह, दुबई और स्विट्जरलैंड जैसे देशों में भी खाते हो सकते हैं। नीतू के एक खाते के स्विस बैंक में होने की जानकारी पहले ही मिल चुकी है। अब यह जांच की जा रही है कि कहीं ये लोग हवाला नेटवर्क के जरिए भी तो फंडिंग नहीं कर रहे थे।