आईएसआई जासूस: एटीएस ने दो महीने की निगरानी के बाद मुरादाबाद से किया गिरफ्तार, आतंकी हमले की रच रहा था साजिश

आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा शहजाद आतंकी हमले की साजिश भी रच रहा था। जिसे अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 23 May 2025, 3:06 PM IST
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मुरादाबाद: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में टांडा निवासी शहजाद को एटीएस ने मुरादाबाद से गिरफ्तार किया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, रविवार को हुई गिरफ्तारी के बाद उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 31 मई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। एटीएस जल्द ही उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।

मसालों के व्यापार की आड़ में करता था जासूसी

शहजाद मसालों और अन्य सामानों के व्यापार की आड़ में पाकिस्तान आता-जाता था। इसी दौरान उसका संपर्क आईएसआई एजेंटों से हुआ और वह उनके निर्देश पर भारत में जासूसी गतिविधियों में लिप्त हो गया। व्हाट्सएप के माध्यम से गोपनीय सूचनाएं साझा करने की पुष्टि भी जांच में सामने आई है।

रामपुर के युवाओं को पाकिस्तान भेजने की साजिश

सूत्रों के अनुसार, शहजाद ने रामपुर के कई युवाओं को अपने तस्करी नेटवर्क में शामिल किया और उन्हें कॉस्मेटिक, आर्टिफिशियल ज्वेलरी और कपड़ों के व्यापार के बहाने पाकिस्तान भेजने की योजना बनाई। इन युवाओं के वीजा की व्यवस्था दिल्ली स्थित पाकिस्तानी हाई कमीशन में तैनात आईएसआई एजेंट दानिश के जरिए की गई, जो पहले भी हरियाणा की महिला जासूस ज्योति मेहरोत्रा को पाकिस्तान भेजने में मदद कर चुका है।

परिजनों और साथियों पर भी एजेंसियों की नजर

शहजाद की गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियों ने उसके परिवार के सदस्यों और नजदीकी सहयोगियों की गतिविधियों पर नजर रखना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, परिजनों से भी पूछताछ की जा सकती है और इसके लिए तैयारी की जा रही है।

मोबाइल की फॉरेंसिक जांच

शहजाद के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच में आईएसआई एजेंट्स से मिली रकम का ब्योरा खंगाला जा रहा है। एटीएस को शक है कि यह रकम भारत में अलगाववादी गतिविधियों और जासूसी नेटवर्क को सक्रिय रखने में इस्तेमाल हो रही थी।

जल्द हो सकती हैं और गिरफ्तारियां

हालांकि अभी जांच प्रारंभिक स्तर पर है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि शहजाद के संपर्क में कुछ और लोग भी शामिल थे, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। एटीएस को उम्मीद है कि रिमांड पर पूछताछ से पाकिस्तान समर्थित जासूसी नेटवर्क का बड़ा खुलासा हो सकता है।

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