

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में गुरुवार को नकली अफसर बनकर ठगी करने का एक मामला प्रकाश में आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
अल्मोड़ा पुलिस की गिरफ्त में दो साइबर ठग (इमेज सोर्स- इंटरनेट)
अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा से गुरुवार को साइबर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। नकली अफसर बनकर ठगों ने एक बुजुर्ग को पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट किया और करीब सात लाख से अधिक रुपये ठग लिए। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को खरगौन (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एसएसपी ने बताया कि पुलिस दोनों ठगों को मध्य प्रदेश से अल्मोड़ा लेकर आई है। आरोपियों ने फर्जी सीबीआई ऑफिसर बन बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त बताकर डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का शिकार बनाया था।
पुलिस ने बताया कि 21 फरवरी 2025 को लमगड़ा क्षेत्र निवासी जीवन सिंह मेहता ने तहरीर दी। उन्होंने तहरीर में बताया कि कि अज्ञात अभियुक्तों ने 13 जनवरी 2025 से 17 जनवरी तक डिजिटल अरेस्ट कर मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त होने का डर दिखाकर उनसे 7.20 लाख रुपये हड़प लिए है।
पीड़ित ने बताया कि 13 जनवरी को उसे एक वीडियो कॉल आया था। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा था कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में उसके बैंक खाते और पैन कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। इसी का डर दिखाकर आरोपियों ने जीवन सिंह मेहता को डिजिटल अरेस्ट किया। साथ ही कहा कि वो इस दौरान वीडियो कॉलिंग कट नहीं करेंगे और घर के किसी भी सदस्य को कुछ नहीं बताएंगे।
पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने थाना लमगड़ा में मुकदमा पंजीकृत किया और साइबर ठगी के गिरोह को दबोचने के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरु की।
थाना लमगड़ा और एसओजी की संयुक्त पुलिस टीम ने गिरोह के बारे में आवश्यक जानकारी जुटानी शुरु की। दोनों टीमों के संयुक्त प्रयास से 21 अप्रैल को बुजुर्ग व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह के दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान संतोष गुर्जर (31) निवासी बावड़ीखेड़ा, थाना बडवाह जिला खरगौन मध्य प्रदेश और कपिल सोनी (49) निवासी 611 आचार्य विनोबा भावे वार्ड-15 थाना व जिला खरगौन मध्य प्रदेश के रुप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि दोनों ठगों ने खुद को फर्जी सीबीआई ऑफिसर बन बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।