

एक व्यक्ति ने परिवार के 7 सदस्यों के साथ सुसाइड कर लिया। इस घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
इसी कार में किया सुसाइड
हरियाणा: पंचकूला में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। कर्ज से परेशान एक परिवार ने अपने जीवन का अंत करने का कठोर निर्णय लिया और सभी 7 सदस्य जहर खाकर आत्महत्या कर बैठे। यह घटना सेक्टर-27 के मनसा देवी कॉम्प्लेक्स में हुई। जहां परिवार के सदस्य घर के बाहर खड़ी अपनी कार में मौजूद थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मौके पर पहुंचे पड़ोसी और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रात करीब साढ़े 10 बजे मकान के बाहर खड़ी हुंडई ऑरा गाड़ी में परिवार के सात सदस्य सुलाए गए थे। एक व्यक्ति जिंदा पाया गया, जिसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इन लोगों ने किया सुसाइड
मृतकों में प्रवीण मित्तल, उसकी पत्नी रीना, मां विमला, पिता देशराज, जुड़वां बेटियां हिमशिखा और दलिशा (11) और बेटा हार्दिक (14) शामिल हैं। प्रवीण मूल रूप से हिसार के बरवाला का रहने वाला था। उसने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का कारोबार शुरू किया था, जिसमें उसे घाटा हो गया था।
करीब 20 करोड़ रुपए का कर्ज था
पड़ोसी बताते है कि प्रवीण पर करीब 20 करोड़ रुपए का कर्ज था। उसके ऊपर जान से मारने की धमकियां भी मिल रही थी। हिसार में उसकी स्क्रैप फैक्ट्री बैंक द्वारा जब्त कर ली गई थी। कुछ दिन पहले ही परिवार पंचकूला लौटा था और मकान किराए पर लिया था।
पड़ोसी ने देखा तो उड़े होश
मकान के पास मौजूद एक पड़ोसी हर्ष ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे वह अपने मकान में थे। तभी उन्होंने देखा कि बाहर एक कार खड़ी है, जिसमें कई लोग मौजूद हैं। पास जाकर देखा तो उसमें एक व्यक्ति जिंदा था। बाकी सभी बेसुध पड़े थे।
प्रवीण मित्तल ने कहा- धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आया था
उस व्यक्ति ने अपना नाम प्रवीण मित्तल बताया और कहा कि वह धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आया था। वह होटल नहीं मिल पाने की वजह से गाड़ी में ही सो गया था। जब उसकी हालत देखकर उन्हें शक हुआ तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
"मैं बैंकरप्ट हो चुका हूं, मेरी वजह से ही ये सब हुआ है"
पड़ोसी ने बताया कि कार में उल्टी की स्थिति थी और प्रवीण कांप रहा था। उसे पानी दिया गया और उसने बताया कि उसके ऊपर भारी कर्ज है। सभी ने मिलकर पुलिस को सूचना दी और प्रवीण को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस को मिले दो पेज के सुसाइड नोट में लिखा है, "मैं बैंकरप्ट हो चुका हूं। मेरी वजह से ही ये सब हुआ है। मेरे ससुर को कुछ मत कहना। अंतिम संस्कार मामा का लड़का करेगा।"
अब टैक्सी चलाने लगा था परिवार का मुखिया
प्रवीण का परिवार हिसार के बरवाला का रहने वाला है। उसके ममेरे भाई संदीप ने बताया कि प्रवीण पर 20 करोड़ रुपए का कर्ज था। वह देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का कारोबार कर रहा था, लेकिन घाटे में चला गया। ससुर राकेश गुप्ता ने बताया कि प्रवीण ने करीब 10 साल पहले एक करोड़ रुपए का लोन लिया था। वह इन दिनों टैक्सी चलाने लगा था। परिवार का मानना है कि प्रवीण पर कर्ज का बोझ बहुत भारी था और इस ही तनाव से उसने आत्मघाती कदम उठाया है।
बैंक ने जब्त की फैक्ट्री
प्रवीण की पत्नी रीना की बहन राखी गुप्ता ने बताया कि बैंक ने प्रवीण को भगोड़ा घोषित कर दिया था। परिवार पिछले कुछ महीनों से परेशान था। प्रवीण के मामा के लड़के संदीप ने कहा कि प्रवीण लगभग 12 साल पहले हिसार से पंचकूला शिफ्ट हुआ था। यहां उसकी स्क्रैप फैक्ट्री थी, जो बैंक द्वारा जब्त कर ली गई। उसके ऊपर करीब 20 करोड़ का कर्ज था।