

जिले में लापरवाही का खतरनाक नतीजा देखने को मिला। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बिना परमिशन के हो रही थी खुदाई
मैनपुरी: शहर के रामबाग कॉलोनी में रविवार को एक बड़ी लापरवाही का खतरनाक नतीजा सामने आया। बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के चल रही बेसमेंट खुदाई के चलते कॉलोनी का करीब 50 साल पुराना मुख्य गेट अचानक भरभरा कर गिर गया। इस हादसे के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन लोग काफी देर तक दहशत में रहे।
बिना अनुमति चल रही थी बेसमेंट की खुदाई
स्थानीय लोगों के अनुसार, रामबाग कॉलोनी में एक निजी भवन निर्माण कार्य के तहत बेसमेंट की खुदाई कराई जा रही थी। लेकिन इस निर्माण के लिए किसी भी प्रकार की नगर पालिका या राजस्व विभाग से अनुमति नहीं ली गई थी। खुदाई का कार्य गुपचुप ढंग से और सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज करते हुए कराया जा रहा था।
खुदाई के दौरान गिरा 50 साल पुराना मुख्य गेट
खुदाई का कार्य जैसे ही गहराई तक पहुंचा, कॉलोनी का करीब 50 साल पुराना मजबूत गेट अचानक भरभरा कर गिर गया। गेट के गिरते ही जोरदार आवाज हुई, जिससे आसपास के लोग घबराकर बाहर निकल आए। कॉलोनी वासियों के लिए यह घटना बेहद चौंकाने वाली थी, क्योंकि यह गेट वर्षों से प्रवेश का मुख्य जरिया था और मोहल्ले की पहचान भी।
गेट गिरते ही मजदूर मौके से फरार
हादसे के तुरंत बाद मौके पर मौजूद मजदूर जान बचाकर भाग खड़े हुए। किसी ने मजदूरों की पहचान करने की कोशिश की, लेकिन वे इतनी तेजी से भागे कि कोई पकड़ में नहीं आया। इससे लोगों को शक है कि काम अवैध रूप से और बिना किसी ठोस जिम्मेदारी के कराया जा रहा था।
मोहल्ले वालों में नाराजगी
घटना के बाद रामबाग कॉलोनी के निवासी गुस्से में नजर आए। उनका कहना है कि प्रशासन की आंखों के सामने अवैध निर्माण कार्य चल रहा था और किसी ने रोकने की जहमत नहीं उठाई। लोगों ने मांग की कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और कॉलोनी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्यों की निगरानी की जानी चाहिए।
राजस्व विभाग की टीम पहुंची
हादसे की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग और नगर पालिका की टीम मौके पर पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने घटना की गंभीरता को समझते हुए मौके की फोटोग्राफी और माप-जोख कर प्रारंभिक जांच शुरू की है। अधिकारियों का कहना है कि बिना अनुमति निर्माण की पुष्टि होते ही कानूनी कार्यवाही की जाएगी।