

रिटायरमेंट के बाद आर्थिक तंगी से बचने के लिए सही फाइनेंशियल प्लानिंग बेहद जरूरी है। PPF और NPS जैसी सरकारी योजनाएं आपके बुढ़ापे को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करती हैं। जानिए इन योजनाओं के फायदे, निवेश के नियम और रिटर्न की खास बातें।
रिटायरमेंट योजना (सोर्स-गूगल)
New Delhi: रिटायरमेंट के बाद आर्थिक तंगी झेलना कोई भी नहीं चाहता। इसलिए अपने बुढ़ापे में आराम और सुविधाजनक जीवन के लिए पहले से ही फाइनेंशियल प्लान बनाना आवश्यक है। सरकारी योजनाएं जैसे पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) निवेशकों को सुरक्षित और लाभकारी विकल्प प्रदान करती हैं, जिससे रिटायरमेंट के बाद भी आर्थिक जरूरतें पूरी होती रहें।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) क्या है?
PPF एक लोकप्रिय बचत योजना है जो खासकर वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए उपयुक्त है। इसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों हर महीने मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 12% जमा करते हैं। अधिकतम जमा राशि 15,000 रुपये प्रति माह तक सीमित है, लेकिन कर्मचारी इसे अपनी सुविधा अनुसार बढ़ा भी सकते हैं।
इस योजना का प्रबंधन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) करता है, जो वर्तमान में लगभग 8.25% वार्षिक ब्याज दर प्रदान करता है। आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत, PPF में जमा की गई राशि पर कर छूट मिलती है, और इस पर मिलने वाला ब्याज भी कर-मुक्त होता है। पांच साल की सेवा अवधि पूरी होने पर निवेशक का पूरा पैसा कर-मुक्त हो जाता है।
PPF योजना उन लोगों के लिए आदर्श है जो सुरक्षित रिटर्न और कर लाभ के साथ लंबे समय तक बचत करना चाहते हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (सोर्स-गूगल)
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) क्या है?
NPS एक खुली रिटायरमेंट योजना है, जो 18 से 70 वर्ष की आयु के सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है। इसमें निवेशकों की जमा राशि को इक्विटी, डेट और सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है।
इस योजना में कर छूट के लिए धारा 80सी और 80सीसीडी(1बी) के तहत 2 लाख रुपये तक की राशि पर कर लाभ मिलता है। न्यूनतम 500 रुपये की मासिक जमा अनिवार्य होती है, जबकि अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं है।
NPS की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह शेयर बाजार से जुड़ी होती है, इसलिए इसमें रिटर्न की गारंटी नहीं होती। फिर भी, पिछले वर्षों के आंकड़ों के मुताबिक, यह योजना 8-10% वार्षिक रिटर्न प्रदान करती है, जो अन्य बचत योजनाओं से बेहतर हो सकता है।
रिटायरमेंट के समय 60% राशि निकाल सकते हैं और बाकी 40% से पेंशन प्लान खरीदनी होती है, जो नियमित मासिक आय प्रदान करती है।
PPF और NPS: कौन सा विकल्प आपके लिए सही?
PPF: अगर आप जोखिम कम लेना चाहते हैं और स्थिर, सुरक्षित रिटर्न पसंद करते हैं, तो PPF बेहतर है।
NPS: यदि आप थोड़ा जोखिम लेकर बेहतर रिटर्न की तलाश में हैं और लंबी अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं, तो NPS उपयुक्त है।
डिस्क्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य वित्तीय शिक्षा और जागरूकता के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। यह किसी भी प्रकार की निवेश सलाह, वित्तीय योजना या पेशेवर मार्गदर्शन का विकल्प नहीं है। निवेश करने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार या संबंधित विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें।