

सोने की कीमतें सितंबर 2025 में लगातार बढ़ रही हैं, जिससे आम जनता की पहुंच मुश्किल हो गई है। वैश्विक और घरेलू कारणों से सोने की मांग और कीमतें दोनों बढ़ी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार दिवाली तक सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं।
दिवाली से पहले सोने का बाजार गर्म
New Delhi: भारत में सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही हैं। अंतरराष्ट्रीय मार्केट, डॉलर की मजबूती, और सेंट्रल बैंकों की तगड़ी खरीद ने दामों को आसमान पर पहुंचा दिया है। जानिए कैसे पितृ पक्ष के बावजूद जमकर खरीदारी हो रही है और दिवाली तक रेट ₹1.20 लाख तक जा सकते हैं।
भारत में सोने की कीमतों ने 2025 में अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छू लिया है। 11 सितंबर 2025 को 24 कैरेट गोल्ड का रेट ₹1,10,519 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है, जबकि कुछ शहरों में यह ₹1,10,720 तक देखा गया। चंडीगढ़ में 10 सितंबर को 24 कैरेट सोना ₹1.03 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा रेट है।
लेकिन सवाल यह है कि आखिर इस तेजी की वजह क्या है? क्यों पितृ पक्ष जैसे 'अशुभ' माने जाने वाले समय में भी लोग भारी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं? क्या यह दिवाली तक और महंगा होगा?
अंतरराष्ट्रीय कारण: डॉलर और महंगाई का खेल
सोने की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय बाजार की भूमिका अहम होती है। वर्तमान में अमेरिका में CPI (Consumer Price Index) यानि महंगाई के आंकड़े आने वाले हैं। इस वजह से निवेशकों में असमंजस का माहौल है, और वो सुरक्षित निवेश विकल्प की ओर भाग रहे हैं- जिसका सबसे बड़ा उदाहरण है Gold।
सोने की कीमतों में तेजी
इसके अलावा डॉलर की मजबूती के चलते भारत जैसे देशों में सोने का इम्पोर्ट महंगा हो रहा है, जिससे घरेलू कीमतें भी बढ़ रही हैं।
MCX पर गिरावट के बावजूद कीमतें ऊपर क्यों?
MCX (Multi Commodity Exchange) पर 11 सितंबर को अक्टूबर फ्यूचर्स ₹1,08,681 पर बंद हुए, जो 0.28% की गिरावट है। सिल्वर भी गिरकर ₹1,25,000 पर रही।
हालांकि स्पॉट मार्केट और रिटेल मार्केट में कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसका कारण है फिजिकल गोल्ड की मांग, जो कि त्योहारी सीजन और सेंटरल बैंकों की खरीद से जुड़ा हुआ है।
सेंट्रल बैंक की भारी खरीद
2025 में दुनियाभर के सेंट्रल बैंक, खासकर चीन और भारत का RBI, लगातार सोना खरीद रहे हैं। इसका उद्देश्य है डॉलर पर निर्भरता कम करना और फॉरेन रिजर्व को मजबूत करना।
IMF और WGC (World Gold Council) की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 12 महीनों में सेंट्रल बैंकों की सोने की खरीद रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
पितृ पक्ष में भी रिकॉर्ड बिक्री
पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान सोना खरीदना अशुभ माना जाता है, लेकिन इस बार ट्रेंड पूरी तरह बदल गया है।
पंचकूला ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दीप कृष्ण चौहान बताते हैं कि लोग लगातार बुकिंग करा रहे हैं। उन्होंने कहा, आमतौर पर पितृ पक्ष में बिक्री नहीं होती, लेकिन अब ग्राहक दाम और ऊपर जाने के डर से अभी खरीदारी कर रहे हैं।
चंडीगढ़ ज्वैलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन राजीव सहदेव का कहना है कि दिवाली तक दाम ₹1.20 लाख तक जा सकते हैं।
दिवाली की बंपर डिमांड
दिवाली भारत में सोने की खरीदारी का सबसे बड़ा त्योहार होता है। धनतेरस पर विशेष रूप से सोने की मांग बेतहाशा बढ़ जाती है। हालांकि इस बार विश्लेषकों का मानना है कि अधिकतर लोग पहले ही सोना खरीद लेंगे, जिससे धनतेरस पर बिक्री अपेक्षाकृत कम हो सकती है।
राजीव सहदेव के अनुसार, पिछले साल दिवाली पर गोल्ड रेट ₹80,000 के आसपास था, जबकि 2023 में ₹55,000 के करीब। इस साल ₹1.20 लाख की उम्मीद करना वाजिब है।
शहर 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) 18 कैरेट (₹/10 ग्राम)
चेन्नई ₹11,073 ₹10,150 ₹8,405
मुंबई ₹11,051 ₹10,130 ₹8,288
दिल्ली ₹11,066 ₹10,145 ₹8,303
कोलकाता ₹11,051 ₹10,130 ₹8,288
बेंगलुरु ₹11,051 ₹10,130 ₹8,288
हैदराबाद ₹11,051 ₹10,130 ₹8,288
केरल ₹11,051 ₹10,130 ₹8,288
पुणे ₹11,051 ₹10,130 ₹8,288
वडोदरा ₹11,056 ₹10,135 ₹8,291
अहमदाबाद ₹11,056 ₹10,135 ₹8,291
विशेषज्ञों की राय में, जिनके पास पहले से सोना है, उनके लिए यह एक अच्छा समय है मुनाफा बुक करने का। वहीं जिन निवेशकों की नजर चांदी पर है, उनके लिए अभी खरीद का सही समय हो सकता है क्योंकि चांदी की कीमतें स्थिर हैं और आगे चलकर इनमें भी उछाल देखा जा सकता है।
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दिवाली तक ₹1.20 लाख प्रति 10 ग्राम का अनुमान
अगर डॉलर और कमजोर होता है और सेंट्रल बैंक खरीद जारी रखते हैं, तो 2025 के अंत तक ₹1.30 लाख के पार भी जा सकता है।
लेकिन अगर महंगाई नियंत्रण में आती है और डॉलर मजबूत होता है, तो थोड़ी गिरावट भी संभव है।
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सोने की कीमतों में यह बढ़ोतरी सिर्फ एक मौसमी बदलाव नहीं है, बल्कि वैश्विक वित्तीय समीकरणों, सेंट्रल बैंक की रणनीतियों और आम जनता की खरीदारी प्रवृत्ति का परिणाम है।