

बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पटना के बापू सभागार में आयोजित छात्र संसद कार्यक्रम के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
पटना में बाल-बाल बचे तेजस्वी यादव
पटना: राजधानी पटना के बापू सभागार में गुरुवाार को आयोजित छात्र संसद कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम से बाहर निकलते समय बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव उस वक्त बाल-बाल बच गए, जब सभागार का कांच का मुख्य द्वार टूट गया। इस हादसे में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका सिर फट गया और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार पटना के बापू सभागार में केशरी यादव द्वारा आयोजित युवा संसद में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। कार्यक्रम के समापन के बाद, जब तेजस्वी यादव और अन्य लोग सभागार से बाहर निकल रहे थे, तभी बेकाबू भीड़ के दबाव के कारण सभागार का कांच का गेट अचानक टूट गया। तेजस्वी यादव के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया।
गनीमत रही कि वह हादसे में बाल-बाल बच गये।
इस हादसे में राजद कार्यकर्ता सुनील कुमार को गंभीर चोटें आईं, विशेष रूप से उनके सिर पर गहरी चोट लगी। उन्हें आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भीड़ पर काबू पाना मुश्किल हो गया था और तेजस्वी यादव जब बाहर निकल रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। छात्र संसद में बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए थे, लेकिन आयोजन स्थल की सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी नजर आई।
प्रथम दृष्टया हादसे का मुख्य कारण भीड़ का बेकाबू होना बताया जा रहा है। आयोजन में भारी संख्या में लोग शामिल हुए थे, और गेट के पास अचानक भीड़ बढ़ने से स्थिति अनियंत्रित हो गई। कांच के गेट के टूटने से न केवल कार्यकर्ता घायल हुआ, बल्कि मौके पर अफरा-तफरी का माहौल भी बन गया।
मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि कार्यक्रम में बहुत भीड़ थी और सुरक्षा व्यवस्था बेहद कमजोर थी। आयोजकों की ओर से भीड़ नियंत्रित करने के लिए कोई प्रभावी इंतजाम नहीं था, जिससे यह हादसा हुआ।
इस घटना तेजस्वी यादव जैसे ही बाहर निकलते हैं, दर्जनों कार्यकर्ता उन्हें घेर लेते हैं और सेल्फी लेने की होड़ मच जाती है।
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस मामले को कई एंगलों से तहकीकात कर रही है।