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बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में रविवार रात को बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया। बरूराज थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र स्थित एथनॉल प्लांट में काम करने के दौरान एक मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। हादसे के बाद परिजनों ने प्लांट के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया।
मुजफ्फरपुर में मजदूर की मौत के बाद हंगामा
Muzaffarpur: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बड़ा हादसा हो गया। बरूराज थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र मुरारपुर स्थित भारत ऊर्जा एथनॉल प्लांट में रविवार देर रात काम करने के दौरान एक मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। हादसे के बाद परिजनों ने प्लांट के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
मृतक की पहचान मोतीपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर कुशाही निवासी अंगद पासवान के पुत्र चुन्नू पासवान (28) के रूप में हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चुन्नू पासवान प्लांट में ऊंचाई पर यूरिया खाद लोड कर रहा था, इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह सीधे नीचे आ गिरा। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उसे प्लांट में मौजूद कर्मचारियों ने उठाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
घटनास्थल पर परिजनों को मनाती पुलिस
सूचना मिलते ही मृतक के ग्रामीण एवं आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर जमा हो गए। एसडीपीओ वेस्ट-01 सुचित्रा कुमारी और बरूराज थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार मिश्रा दल-बल के साथ पहुंचे और लोगों को शांत कराने की कोशिश की।
मृतक की पत्नी सुनीता देवी ने बताया कि गांव के एक ठेकेदार ने उसके पति को काम के लिए प्लांट बुलाया था। उनके तीन बच्चे—दो पुत्री और एक पुत्र—सभी नाबालिग हैं। करीब तीन वर्ष पूर्व ही मृतक के पिता का निधन हो गया था। ऐसे में चुन्नू पासवान परिवार का इकलौता कमाने वाला था। मृतक की पत्नी सुनीता देवी ने रो-रोकर कहा कि मेरे घर में अब कमाने वाला कोई नहीं बचा है। मेरे छोटे-छोटे बच्चे कैसे पलेंगे?” एक सहारा था जिसे भगवान ने छीन लिया।
प्लांट के बाहर प्रदर्शन करती महिलाएं
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश और बढ़ गया। महमदपुर बलमी के मुखिया श्रीकांत कुशवाहा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने शव को प्लांट के मुख्य गेट के सामने रखकर प्रदर्शन किया।
मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। सुरक्षा उपकरणों की जांच हो, क्योंकि प्लांट प्रबंधन की लापरवाही से हादसा हुआ है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि मुआवजा नहीं मिला तो वह आंदोलन तेज करेंगे और प्लांट का संचालन रोक देंगे।
इस प्लांट के मालिक गायघाट के नई निर्वाचित विधायिका कोमल सिंह एवं उनके भाई शुभम सिंह है। जो मुज़फ्फरपुर एमएलसी दिनेश सिंह व वैशाली लोकसभा सांसद वीणा देवी के पुत्र-पुत्री हैं।