Bihar: उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को मिली बड़ी जिम्मेदारी, बिना चुनाव लड़े बने मंत्री

रालोमो सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र दीपक प्रकाश को मंत्री पद की जिम्मेदारी मिली है। इंजीनियरिंग बैकग्राउंड और मजबूत राजनीतिक विरासत के साथ दीपक 2019-20 से राजनीति में सक्रिय हैं। सासाराम विधायक स्नेहलता के बेटे दीपक की नियुक्ति क्षेत्र में उत्साह पैदा कर रही है।

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 20 November 2025, 5:31 PM IST
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Patna: बिहार की नई सरकार में युवा चेहरों को शामिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) कोटे से 37 वर्षीय दीपक प्रकाश को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। वे रालोमो सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र हैं। तकनीकी पृष्ठभूमि, शिक्षित प्रोफ़ाइल और राजनीतिक परिवार से आने वाले दीपक की एंट्री को बिहार की नई राजनीति में "नए दौर की शुरुआत" माना जा रहा है।

महनार के जावज गांव से विद्या और राजनीति की उड़ान

दीपक प्रकाश का मूल निवास वैशाली जिले के महनार प्रखंड की नारायणपुर डेढ़पुरा पंचायत के जावज गांव में है। उनका जन्म 22 अक्टूबर 1989 को हुआ। बचपन से ही शिक्षण वातावरण में पले-बढ़े दीपक की शुरुआती शिक्षा पटना में ही हुई। वर्ष 2005 में आइसीएसई बोर्ड से 10वीं और 2007 में सीबीएसई बोर्ड से 12वीं पास करने के बाद उन्होंने तकनीकी क्षेत्र में कदम रखा।

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इंजीनियरिंग की पढ़ाई और सॉफ्टवेयर इंजीनियर का करियर

दीपक ने मणिपाल इंस्टीट्यूट (MIT) से कंप्यूटर साइंस में बीटेक वर्ष 2011 में पूरा किया। तकनीकी शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने 2011 से 2013 तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में नौकरी की। उनका कार्यकाल तकनीकी कौशल और कॉर्पोरेट अनुभव का मजबूत आधार बना। बाद में उन्होंने निजी क्षेत्र में व्यवसाय शुरू किया और तकनीकी दुनिया से उद्यमिता की ओर बढ़े।

रालोमो कोटे से दीपक प्रकाश मंत्री बने (सोर्स- गूगल)

राजनीति में एंट्री

दीपक की राजनीतिक एंट्री लगभग 2019-20 के आसपास मानी जाती है। इसी दौरान उन्होंने पिता उपेंद्र कुशवाहा के राजनीतिक और संगठनात्मक कार्यों में हिस्सा लेना शुरू किया। पार्टी की नीतियों, युवाओं की समस्याओं और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों पर उनकी सक्रियता ने उन्हें रालोमो के युवा चेहरों में शामिल कर दिया।

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परिवार की मजबूत राजनीतिक और सामाजिक पकड़

दीपक एक ऐसे परिवार से आते हैं जिसकी राजनीति, शिक्षा और समाज सेवा में मजबूत पकड़ रही है। उनके दादा स्वर्गीय मुनेश्वर सिंह सम्मानित समाजसेवी और कारोबारी रहे। जंदाहा के अरनिया स्थित समता कॉलेज की स्थापना में उनका प्रमुख योगदान रहा, जिसके सम्मान में कॉलेज का नाम मुनेश्वर सिंह मुनेश्वरी समता महाविद्यालय रखा गया।

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  • 20 November 2025, 5:31 PM IST