

बिहार की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हुई कथित अभद्र टिप्पणी ने सियासत को गरमा दिया है। इस मुद्दे पर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर पलटवार किया, वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी से माफी की मांग की है।
संजय राउत (Img: Google)
Patna: बिहार की राजनीति इन दिनों 'वोटर अधिकार यात्रा' को लेकर गर्मा गई है। दरअसल, दरभंगा से एक कथित वीडियो वायरल हुआ है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी और नारेबाजी किए जाने का दावा किया जा रहा है। इस घटना के बाद सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने इस विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तीखा हमला बोला है। जब उनसे सवाल पूछा गया कि 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान पीएम मोदी को गालियां दी गईं, तो उन्होंने कहा, 'कौन दे रहा है गाली? कार्यकर्ता कोई देता होगा लेकिन बीजेपी के लोग भी अंदर छोड़े होते हैं। किसी अच्छे काम को बदनाम करने और राहुल गांधी को निशाना बनाने के लिए बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है। महाराष्ट्र में हमारा अनुभव यही रहा है कि ये लोग किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं।'
राउत ने साफ कहा कि यह पूरी घटना बीजेपी की रणनीति का हिस्सा हो सकती है, ताकि यात्रा और विपक्षी नेताओं की छवि खराब की जा सके।
संजय राउत ने बीजेपी पर साधा निशाना
इस पूरे विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को कठघरे में खड़ा किया। शाह ने कहा कि राहुल गांधी को इस मामले में देश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने यात्रा को निशाने पर लेते हुए कहा, 'अगर राहुल गांधी में जरा भी शर्म है, तो वे तुरंत पीएम मोदी और जनता से माफी मांगें। यह 'वोटर अधिकार यात्रा' नहीं, बल्कि 'घुसपैठिया बचाओ यात्रा' है।'
शाह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी न सिर्फ अस्वीकार्य है बल्कि यह पूरे देश का अपमान है।
वायरल हुए वीडियो में मंच से पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल होते दिखाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से फैल गया, जिसके बाद माहौल और गरमा गया। बताया जा रहा है कि इस घटना के वक्त राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मौजूद नहीं थे। इसके बावजूद बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस और आरजेडी पर सीधा हमला बोला है।
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यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब बिहार में विपक्षी दलों की एकजुटता को लेकर राजनीतिक हलचल पहले से ही चरम पर है। 'वोटर अधिकार यात्रा' को विपक्ष जनता से जुड़ने और केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने का एक बड़ा मंच मान रहा था। लेकिन अपशब्दों के इस्तेमाल ने इस यात्रा की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वहीं बीजेपी इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर उठाकर विपक्षी दलों को घेरने की रणनीति अपना रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद आने वाले दिनों में और बड़ा रूप ले सकता है, क्योंकि दोनों पक्ष इसे अपने-अपने तरीके से भुनाने की कोशिश करेंगे।