

बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाया जा रहा मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण अभियान अपने अंतिम चरण में है। 24 जून से शुरू हुई इस प्रक्रिया में अब तक 88% मतदाता अपने गणना फॉर्म जमा कर चुके हैं। सत्यापन के दौरान करीब 35 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं, जिनमें मृत, स्थान बदलने वाले और दोहरी प्रविष्टियों वाले मतदाता शामिल हैं।
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स- गूगल)
Patna News: बिहार में आगामी चुनावों की तैयारियों के तहत चल रहा वोटर लिस्ट का गहन पुनरीक्षण और सत्यापन अभियान अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। यह प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई थी और अब इसमें केवल 11 दिन शेष बचे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इस दौरान कुल 7 करोड़ 90 लाख मतदाताओं में से अब तक 6 करोड़ 60 लाख 67 हजार 208 मतदाताओं ने अपने गणना फॉर्म जमा कर दिए हैं। यह आंकड़ा कुल मतदाताओं का करीब 88 प्रतिशत है, जो एक सकारात्मक संकेत है।
35 लाख से अधिक नाम सूची से होंगे विलोपित
इस सत्यापन अभियान के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी, मृत या दोहरे पंजीकरण वाले मतदाता चिन्हित किए गए हैं। अब तक की प्रक्रिया में चुनाव आयोग ने माना है कि लगभग 35 लाख 69 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाएंगे।
• 1.59% मतदाता मृत पाए गए।
• 2.2% ने स्थायी रूप से निवास स्थान बदला।
• 0.73% मतदाता एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत मिले।
यह सभी आंकड़े मिलाकर कुल 4.52% मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, जो संख्या में 35 लाख से अधिक है।
फॉर्म जमा नहीं करने वालों पर आयोग की नजर
चुनाव आयोग के मुताबिक अब भी लगभग 11.82% मतदाता, यानी करीब 93 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने अब तक अपना गणना फॉर्म जमा नहीं किया है। इन लोगों तक पहुंचने और उन्हें सूची में शामिल करने के लिए आयोग ने बड़ा अभियान चलाया है। आयोग का स्पष्ट कहना है कि “कोई भी पात्र मतदाता छूटे नहीं, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।”
तीसरे चरण के सर्वे के लिए तैयार
इस कार्य को अंजाम देने के लिए करीब 1 लाख बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) तैयार हैं। जल्द ही ये तीसरे चरण का घर-घर सर्वेक्षण शुरू करेंगे। इसके साथ-साथ राजनीतिक दलों के 1.5 लाख बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) भी इस प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इस सहयोगात्मक कार्यशैली से मतदाता सूची को अधिक पारदर्शी, अद्यतन और निष्पक्ष बनाए जाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है।
शहरों के 5683 वार्ड में विशेष शिविर
बिहार के सभी 261 शहरी निकायों के 5683 वार्डों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों का मकसद उन लोगों तक पहुंचना है जो किसी कारणवश सर्वे में छूट गए हैं या अपने पंजीकरण में बदलाव कराना चाहते हैं। इसके अलावा, राज्य से बाहर अस्थायी रूप से गए मतदाताओं के लिए भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे वे भी समय पर अपने फॉर्म भर सकें।
1 अगस्त को प्रकाशित होगी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट
इस पूरी प्रक्रिया के बाद मतदाता सूची का ड्राफ्ट 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित किया जाएगा। ड्राफ्ट सूची जारी होने के बाद अंतिम संशोधन और आपत्तियों के निस्तारण का काम भी शुरू होगा।