

बिहार के गोपालगंज जिले में इंस्टाग्राम पर शुरू हुआ विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। विशंभरपुर थाना क्षेत्र में छात्रों के दो गुटों के बीच चाकूबाजी हुई, जिसमें एक छात्र ऋतिक कुमार की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई है।
प्रतीकात्मक तस्वीर (Img: Google)
Patna: बिहार के गोपालगंज जिले के विशंभरपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार की दोपहर एक इंस्टाग्राम विवाद ने भयावह रूप ले लिया। सोशल मीडिया पर शुरू हुआ यह झगड़ा दो छात्र गुटों के बीच खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया, जिसमें एक छात्र की मौत हो गई जबकि सात अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह पूरी घटना रमजीता-सारण मुख्य तटबंध पर स्थित जीन बाबा के स्थान के पास हुई।
इंस्टाग्राम पर बढ़ा विवाद
मृत छात्र की पहचान 17 वर्षीय ऋतिक कुमार श्रीवास्तव के रूप में हुई है, जो विनोद मटिहनियां गांव के नागेंद्र श्रीवास्तव का पुत्र था और इसरापट्टी प्लस टू स्कूल में इंटर का छात्र था। ऋतिक का अपने साथियों के साथ इंस्टाग्राम पर किसी मुद्दे को लेकर विवाद चल रहा था, जो पिछले कई दिनों से बढ़ता जा रहा था।
चाकूबाजी से फैली दहशत
गुरुवार को जब छात्र स्कूल जा रहे थे, तभी दो गुटों के बीच पहले से तय स्थान पर भिड़ंत हो गई। देखते ही देखते, दोनों पक्षों ने चाकू निकाल लिए और हमला शुरू कर दिया। चाकूबाजी में ऋतिक को कई गंभीर घाव लगे, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घायल छात्रों में सोनू कुमार महतो, रोहित कुमार महतो, रंजीत महतो की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक को गंभीर स्थिति में रेफर करना पड़ा। दूसरे पक्ष से भी हिमांशु सिंह, पुनीत सिंह और सूरज सिंह घायल हुए हैं। सभी का अस्पताल में इलाज जारी है। घटना के बाद पूरे गांव में तनाव और भय का माहौल है। लोगों में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर गुस्सा भी देखा गया।
पुलिस की शुरू की जांच
सूचना मिलते ही विशंभरपुर थानाध्यक्ष मुकेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रित किया। पुलिस ने घटनास्थल से चाकू, खून से सनी मिट्टी, चप्पल, कड़ा और अन्य साक्ष्य जब्त किए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक (SP) अवधेश दीक्षित ने घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि अब तक तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और मृतक के परिजनों की तहरीर का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घटना में शामिल सभी छात्र नाबालिग हैं और पुलिस सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच कर रही है।
पुरानी दुश्मनी को लेकर विवाद
स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों छात्र गुटों के बीच लंबे समय से सोशल मीडिया पर वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी। इंस्टाग्राम पर गाली-गलौज, धमकियां और आपसी टकराव आम बात हो गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि छात्र शनिचरी बाजार, रमजीता हाइस्कूल और जमुनिया मोड़ जैसे स्थानों पर अक्सर भिड़ते रहते थे। पुलिस को इन टकरावों की पहले से सूचना थी, लेकिन गंभीरता से कार्रवाई नहीं की गई। आज से करीब 20 साल पहले इसी क्षेत्र में जंगल पार्टी गैंगवार जैसी घटनाएं होती थीं। अब एक बार फिर छात्रों और युवकों ने गुट बना लिए हैं, जो क्षेत्र में अशांति फैला रहे हैं।
परिवार में मातम
मृतक ऋतिक के पिता नागेंद्र श्रीवास्तव बाहर काम करते हैं, जबकि वह अपने चाचा महेंद्र नाथ श्रीवास्तव और छोटे भाई गणेश कुमार के साथ गांव में रहता था। जब परिवार को उसकी मौत की सूचना मिली, तो घर में चीत्कार मच गया। चाचा महेंद्र नाथ श्रीवास्तव ऋतिक का शव देखकर बेहोश हो गए।