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बिहार चुनाव से पहले आज सुबह 10 बजे गृहमंत्री अमित शाह प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जिसमें एनडीए का घोषणा पत्र जारी किया जा सकता है। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ मौजूद रहेंगे। इसके बाद अमित शाह और नीतीश कुमार लखीसराय में जनसभा को संबोधित करेंगे।
नीतीश कुमार और अमित शाह
Patna: बिहार चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस वक्त की बड़ी खबर यह है कि भारत के गृहमंत्री अमित शाह आज गुरुवार सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जिसमें एनडीए का घोषणा पत्र (मैनिफेस्टो) जारी किया जा सकता है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंच साझा करेंगे। उनके अलावा एनडीए के कई दिग्गज नेता भी इस मौके पर मौजूद रह सकते हैं।
एनडीए के घोषणा पत्र का होगा ऐलान
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार चुनाव को लेकर एनडीए की रणनीति, विकास के एजेंडे और प्रमुख चुनावी वादों की घोषणा की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस घोषणा पत्र में युवाओं के लिए रोजगार, महिला सुरक्षा, कृषि क्षेत्र में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष जोर दिया जा सकता है। भाजपा और जेडीयू गठबंधन की यह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस बिहार की राजनीति में एक बड़ा संदेश मानी जा रही है। यह संकेत है कि एनडीए एकजुट होकर इस चुनावी जंग को जीतने के लिए मैदान में पूरी ताकत से उतरा है।
लखीसराय में अमित शाह की जनसभा आज
घोषणा पत्र जारी करने के बाद गृहमंत्री अमित शाह बिहार के लखीसराय में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान उनके साथ डिप्टी सीएम विजय सिंह भी मंच पर रहेंगे। माना जा रहा है कि इस जनसभा से एनडीए अपने चुनावी अभियान की गति को और तेज करने वाला है। जनसभा केआरके हाई स्कूल मैदान और मां वैष्णो देवी मंदिर परिसर में आयोजित की जाएगी। इस दौरान अमित शाह और नीतीश कुमार जनता से सीधे संवाद करेंगे और बिहार के विकास के लिए एनडीए की योजनाओं को प्रस्तुत करेंगे।
नीतीश कुमार की जीत को लेकर पार्टी ने झोंकी ताकत
सूत्रों के मुताबिक भाजपा और जेडीयू ने इस बार नीतीश कुमार की बड़ी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। एनडीए के तमाम वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार में सक्रिय हो चुके हैं। पार्टी स्तर पर बूथ से लेकर जिले तक मजबूत चुनावी नेटवर्क खड़ा किया जा रहा है। एनडीए का फोकस इस बार बिहार की जनता को यह संदेश देना है कि राज्य के विकास और स्थिर सरकार के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठबंधन ही सही विकल्प है।