उत्तराखंड आपदा: अभी तक बचाई 130 से ज्यादा लोगों की जान, केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई

उत्तराखंड में भारी बारिश और आपदा के चलते राज्य सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है। सेना, ITBP, NDRF और SDRF के नेतृत्व में 130 से ज्यादा लोगों को अब तक सुरक्षित निकाला गया है। हरिद्वार-देहरादून रेल मार्ग बाधित है और केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपातकालीन केंद्र से राहत कार्यों की निगरानी करते हुए बिजली बहाली और जानमाल की सुरक्षा को प्राथमिकता बताया है।

Uttarakhand News: उत्तराखंड में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के चलते हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। राज्य सरकार ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि राहत और बचाव कार्य भारतीय सेना, ITBP, NDRF और SDRF की अगुआई में युद्धस्तर पर जारी हैं। अब तक 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है।

हरिद्वार में पत्थर गिरने से रेलवे ट्रैक बाधित, ट्रेनें रुकीं

हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर क्षेत्र में भारी बारिश के कारण पहाड़ी से पत्थर गिरकर हरिद्वार-देहरादून रेलवे ट्रैक पर आ गिरे, जिससे ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई। प्रशासन ने कई ट्रेनों को रास्ते में ही रोक दिया है, और पटरियों को खाली कराने का काम तेजी से जारी है।

हर्षिल में बादल फटने से लापता हुए सैनिक, 9 की तलाश जारी

हर्षिल कैंप के पास बादल फटने की खबर के बाद सेना के जवान लापता हो गए थे। सेना की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, दो सैनिक सुरक्षित मिल गए हैं, जबकि नौ जवान अब भी लापता हैं। इनकी तलाश में विशेष रेस्क्यू टीमें जुटी हुई हैं और इलाके में सघन खोज अभियान चल रहा है।

रूद्रप्रयाग में केदारनाथ यात्रा रोकी गई, रेड अलर्ट जारी

रुद्रप्रयाग जिले में लगातार भारी बारिश के कारण कई सड़कों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ धाम यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे हालात और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है।

मुख्यमंत्री धामी देहरादून पहुंचे, राहत कार्यों की निगरानी में जुटे

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आंध्र प्रदेश का दौरा बीच में छोड़ते हुए देहरादून वापसी की और सीधे राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र पहुंचे। यहां उन्होंने वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस और आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ बैठक की और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “बिजली बहाली हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य भर में रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है और हर व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।”

राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र पूरी तरह अलर्ट मोड में

राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र (SDMA) ने बताया कि वे जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ लगातार संपर्क में हैं। सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है, और स्थानीय प्रशासन को राहत शिविरों की तैयारी और जरूरत के अनुसार पुनर्वास का निर्देश दिया गया है।

लोगों से अपील: अफवाहों से बचें, सतर्क रहें

राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन इकाइयों ने आम नागरिकों से अफवाहों से दूर रहने और केवल आधिकारिक सूचना पर भरोसा करने की अपील की है। साथ ही लोगों से आग्रह किया गया है कि वे पहाड़ी और नदी किनारे के क्षेत्रों में न जाएं और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

Location : 
  • Uttarakhand

Published : 
  • 6 August 2025, 7:01 AM IST