Uttarakhand: अनामिका, मैत्री, और क्रियान्स ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लहराया परचम

उत्तराखंड की नई पीढ़ी न केवल राष्ट्रीय मंच पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दमदार उपस्थिति दर्ज करा रही है। इन खिलाड़ियों ने 9वीं साउथ एशियन कराटे चैंपियनशिप में पदक जीत परचम लहराया।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 9 July 2025, 1:13 PM IST
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Dehradun: उत्तराखंड के होनहार खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर प्रदेश का नाम रोशन किया है। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 2 से 6 जुलाई 2025 तक आयोजित 9वीं साउथ एशियन कराटे चैंपियनशिप में उत्तराखंड के तीन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार भारत ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में कुल 23 स्वर्ण, 24 रजत और 12 कांस्य पदक जीतकर पहला स्थान हासिल किया। इसमें उत्तराखंड की बेटियां अनामिका बिष्ट, मैत्री बलूनी और क्रियान्स कौशिक ने अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा और समर्पण से न केवल व्यक्तिगत पदक जीते, बल्कि टीम की उपलब्धि में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

जानकारी के अनुसार इन खिलाड़ियों की उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया। उन्होंने खिलाड़ियों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

अनामिका बिष्ट, क्रियान्स कौशिक और मैत्री बलूनी

मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि उत्तराखंड की धरती हमेशा से वीरता और प्रतिभा की भूमि रही है। हमारे युवाओं ने न केवल खेलों में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है। अनामिका, मैत्री और क्रियान्स जैसे खिलाड़ी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं।"

उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार खेलों के विकास और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करती रहेगी। उन्होंने खेल नीति को और अधिक प्रभावशाली बनाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास तेज करने की बात भी कही।

खिलाड़ियों ने भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें यह सम्मान और प्रोत्साहन भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा देगा।

तीनों खिलाड़ियों की इस उपलब्धि ने उत्तराखंड के खेल परिदृश्य को नई पहचान दी है। खासतौर पर क्रियांश कौशिक की इस जीत ने यह साबित कर दिया कि उत्तराखंड की नई पीढ़ी न केवल राष्ट्रीय मंच पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दमदार उपस्थिति दर्ज करा रही है।

इस अवसर पर खेल विभाग के अधिकारी, कोच, अभिभावक और अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उत्तराखंड की संस्कृति और खेल भावना की झलक देखने को मिली।

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