Haridwar: उत्तराखंड के हरिद्वार में यूकेएसएसएससी (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस गंभीर प्रकरण में पुलिस ने बड़ा कदम उठाते हुए एक दरोगा और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। दोनों की तैनाती बहादरपुर जट गांव के आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर थी। जांच में सामने आया कि परीक्षा के दौरान इनकी लापरवाही के चलते पेपर लीक हुआ।
सस्पेंड हुए पुलिसकर्मी
हरिद्वार के एसएसपी द्वारा जिन दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है, उनके नाम हैं एसआई रोहित कुमार और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी। इनकी ड्यूटी परीक्षा केंद्र की निगरानी में थी, लेकिन परीक्षा के दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान न देने और प्रक्रिया में लापरवाही बरतने के कारण इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। मामले की जांच अब सीओ रुड़की को सौंपी गई है।
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कैसे लीक हुआ पेपर?
जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी खालिद मलिक ने जो खुद परीक्षा में अभ्यर्थी था, बहादरपुर जट स्थित परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र की तस्वीरें खींची। इसके बाद उसने वे तस्वीरें अपनी बहन साबिया को भेजीं। साबिया ने ये सवाल टिहरी में तैनात सहायक प्रोफेसर सुमन को फॉरवर्ड किए और उनसे उत्तर हासिल किए।
सोशल मीडिया पर कैसे फैला पेपर
जब सहायक प्रोफेसर सुमन को इन प्रश्नों पर संदेह हुआ, तो उन्होंने उनके स्क्रीनशॉट एक परिचित को भेजे। उस व्यक्ति ने जिम्मेदारी से पुलिस या परीक्षा संस्था से संपर्क करने की बजाय उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। इसके बाद पेपर लीक तेजी से वायरल हो गया और बवाल मच गया।
राज्य सरकार की सख्ती
उत्तराखंड में युवाओं द्वारा प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त बयान दिया है। उन्होंने कहा, हम नकल जिहादियों को मिट्टी में मिलाने तक चैन से नहीं बैठेंगे। राज्य सरकार ने इस संवेदनशील मामले की जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में विशेष जांच टीम (SIT) को सौंपी है।
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अब तक की कार्रवाई
1. एसआई रोहित कुमार और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त सस्पेंड
2. आरोपी खालिद मलिक और उसकी बहन साबिया गिरफ्तार
3. टिहरी की सहायक प्रोफेसर से पूछताछ जारी
4. सोशल मीडिया पर पेपर पोस्ट करने वाले की तलाश
5.SIT को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई

