

निर्वासित तिब्बती सरकार के राष्ट्रपति पेनपा सेरिंग रविवार को नैनीताल पहुंचे। उनके आगमन पर तिब्बती समुदाय ने पारंपरिक अंदाज में उनका भव्य स्वागत किया। उन्होंने तिब्बती बाजार में दुकानदारों से हालचाल लिया, बौद्ध मठ में दलाई लामा की दीर्घायु के लिए प्रार्थना की।
नैनीताल: निर्वासित तिब्बती सरकार के राष्ट्रपति पेनपा सेरिंग के आगमन पर तिब्बती समुदाय ने उनका पारंपरिक अंदाज में जोरदार स्वागत किया। मौसम बिगड़ने के चलते वे पहले मल्लीताल के तिब्बती बाजार पहुंचे जहां उन्होंने हर दुकान पर जाकर दुकानदारों से हालचाल लिया।
इसके बाद वे सुख निवास स्थित बौद्ध मठ पहुंचे जहां समुदाय के लोगों ने उन्हें पारंपरिक विधि से सम्मानित किया। बोध मंदिर में उन्होंने परम पावन दलाई लामा की लंबी आयु के लिए प्रार्थना की। इसके बाद उन्होंने मठ का निरीक्षण किया और भिक्षुओं से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानी।
जानकारी के अनुसार सुख निवास के फुंसोंक देदेन सभागार में आयोजित जनसभा में पेनपा सेरिंग ने तिब्बत और चीन से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से बात की।
उन्होंने तिब्बती संघर्ष को मिल रहे अंतरराष्ट्रीय समर्थन पर चर्चा की और निर्वासित तिब्बती सरकार के विकास कार्यों की जानकारी दी।
उन्होंने लोगों से दलाई लामा के उपदेशों को सुनने और जीवन में अपनाने की अपील की। पेनपा सेरिंग ने चीन की मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक स्थिति पर भी अपने विचार रखे।
उन्होंने कहा कि चीन की मौजूदगी ने एशिया के कई देशों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया है चाहे वह सस्ते उत्पादों की बाढ़ हो या पड़ोसी देशों को सुरक्षा खर्च बढ़ाने के लिए मजबूर करना।
कार्यक्रम में स्थानीय तिब्बती संगठनों के अध्यक्षों ने उन्हें प्रतीक चिन्ह देकर उनके समर्पण की सराहना की। भोजन के बाद वे सुख निवास से कार द्वारा दिल्ली के लिए रवाना हुए।
इस मौके पर बौद्ध मठ के रिनपोछे लोबसांग यांगफेल, तिब्बती समुदाय के वरिष्ठ सदस्य, तिब्बती मार्केट एसोसिएशन, तिब्बती संघर्ष समिति, तिब्बती युवा कांग्रेस और तिब्बती महिला संगठन के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।